केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल हो रहे आदिवासी
 
आशुतोष रंजन
गढ़वा 
 
 
एक सफ़ल और ज़ुबानी नहीं बल्कि ज़मीनी नेता होने के बाद आरोप प्रत्यारोप से दूर रहने वाले,ओछी बातें बोलने से बिल्कुल परहेज़ करते हुए केवल बड़े स्तर की राजनीति बातें बोलने या कभी कभी वैसा ही बयान देने वाले गढ़वा विधायक सह झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने द्वारा राज्य के आदिवासियों के हालात के बावत क्या कहा गया,आइए आपको बताते हैं।

देश के आदिवासियों को नहीं मिल रहा उनका अधिकार: – मंत्री ने कहा की देश में आदिवासियों की आबादी साढ़े आठ प्रतिशत से अधिक है,फिर भी उन्हें पूरा हक एवं अधिकार नहीं मिल पा रहा है,राजनीतिक दल के लोग सिर्फ वोट बैंक के रूप में आदिवासियों का इस्तेमाल करते हैं,वे सत्ता में आते ही आदिवासियों को भूल जाते हैं,उक्त बातें मंत्री द्वारा विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर गढ़वा में आयोजित कार्यक्रम में कही गई,कहा कि झारखंड में झामुमो की सरकार आदिवासियों की पूरी तरह से हितैषी है,राज्य में आदिवासियों के हित में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं,जिनका सीधा लाभ आदिवासी परिवार को मिल रहा है,मंत्री ने कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार आदिवासियों,मूल वासियों एवं झारखंड वासियों के हित में बेहतर कार्य कर रही है,राज्य में आदिवासियों, मूलवासियों को उनका पूरा हक एवं अधिकार मिले इसके लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।