सबके सहयोग से अपराध और नशा मुक्त बनेगा गढ़वा: दीपक

आशुतोष रंजन
गढ़वा

तबादले को एक सतत प्रक्रिया की संज्ञा दी गई है,अगर आप सरकारी सेवा में हैं तो यह निश्चित है की आपको एक जगह से दूसरे स्थान पर जाना ही है जहां आपको अपने कार्यदक्षता के बदौलत अपनी जिम्मेवारी का बखूबी निर्वहन करना होता है,आप बेशक सोच रहे होंगें की हमारे द्वारा आज तबादले की बात क्यों कही जा रही है,तो आपको बताऊं की राज्य सरकार द्वारा आज कई जिलों के पुलिस अधीक्षक का तबादला और पदस्थापन किया गया है,ऐसे में उक्त जिलों की सूची में अपना गढ़वा जिला भी शामिल है,जहां नए एसपी की पदस्थापना हुई है,वो कौन हैं और उनका क्या कहना है,आइए आपको इस ख़ास ख़बर के ज़रिए बताते हैं।

गढ़वा को रौशन करने आ रहे दीपक: – जब किसी के नाम के असर पर आधारित कोई ख़बर लिखना होता है तो मैं ऐसा ही लिखता हूं,आज मैं लिख रहा हूं की दूर करते हुए अपराध के अंधियारे को अमन की रौशनी से गढ़वा को रौशन करने आ रहे दीपक,जी हां आपको बताएं की गढ़वा में पदस्थापित एसपी अंजनी कुमार झा का तबादला करते हुए दीपक कुमार पांडेय को यहां का नया पुलिस कप्तान बनाया गया है,आज देर शाम जैसे ही तबादले से संबंधित अधिसूचना जारी हुई और मैं उक्त सूची को देखा तभी मन में यह पंक्ति तैयार हुआ की अपने नाम के अनुरूप दीपक पांडेय जिला को अमन की रौशनी से रौशन करेंगें,क्योंकि वरीय पुलिस उपाधीक्षक अभियान के पद पर लोहरदगा में पदस्थापित रहते हुए अपने कुशल नेतृत्व के ज़रिए अपनी जवाबदेही का शत प्रतिशत निर्वहन करते हुए नित सफ़लता के नए आयाम स्थापित करने वाले दीपक पांडेय को उनकी कार्यदक्षता के मूल्यांकन के आधार पर ही सरकार द्वारा उन्हें गढ़वा में पदस्थापित किया गया है,कभी नक्सली जिला के रूप में पहचानीत जिला जो फिलवक्त पूरी तरह नक्सलियों से आज़ाद हो कर नक्सल मुक्त जिला के रूप में जाना जा रहा है,लेकिन अपराध और नशे का कारोबार अभी भी इस जिले के ऊपर एक दाग़ की तरह है,ऐसी बात नहीं की अब तक इस पर भी अंकुश लगाने को ले कर काम नहीं हुए,अनवरत पुलिसिया प्रयास ज़ारी है,जिसमें सफ़लता भी हासिल हो रही है,बस ज़रूरत थी दीपक पांडेय जैसे तार्किक सोच वाले अधिकारी की,जिनके कुशल नेतृत्व में जिला की पुलिस एक टीम वर्क के ज़रिए काम करते हुए बहुत जल्द गढ़वा को अपराध और नशा से पूरी तरह मुक्त बनाते हुए जिले में अमन और सुकून का माहौल स्थापित करने में कामयाब होगी।

सबके सहयोग से अपराध और नशामुक्त बनेगा गढ़वा: – नए एसपी के रूप में गढ़वा आ रहे दीपक कुमार पांडेय के बावत जब हमने जानकारी ली तो लोगों ने बताया की बात करने से कहीं ज्यादा काम करने पर यकीन करते हुए अपनी जिम्मेवारी का अनुपालन करने और अपने मातहत के साथ साथ सभी से अपनी जवाबदेही को निभाने की बात करने और उसे आगाज़ से अंजाम तक देखने वाले उक्त अधिकारी किसी काम को ले कर बेहद संजीदा हैं,तभी तो आज जैसे ही लोहरदगा के लोगों को उनके तबादले की जानकारी हुई तो लोग सहसा आवाक रह गए,यह बात वो भले जान रहे हों की सरकारी सेवा में रत अधिकारी को एक जगह से दूसरे जगह जाना ही होता है,लेकिन लोगों की इच्छा नहीं थी की दीपक पांडेय जैसे कुशल अधिकारी ही नहीं बल्कि एक व्यक्तित्व का उनके यहां से जाना हो,उधर जहां लोहरदगा के लोग भावुक हो कर उन्हें विदाई देने की तैयारी में जुटे हुए हैं तो इधर आह्लादित होते हुए गढ़वा के लोग उनके स्वागत का राह ताक रहे हैं,आज जब देर शाम उनसे हमारी बात हुई तो उन्होंने कहा की तबादले के बाद कुछ कागज़ी प्रक्रिया होती है उसे पूरा करने के उपरांत मैं गढ़वा आऊंगा और प्रभार लूंगा,साथ ही उन्होंने उस आशय को ही दुहराया जिसकी मुझे जानकारी हुई थी,यानी उन्होंने कहा की वो कोई आम और ख़ास व्यक्ति हो या किसी पद पर काबिज़ कोई पदाधिकारी हो हर किसी के जिम्मे एक जिम्मेवारी होती है,जिसे उसे निभाना होता है,जहां तक मेरी बात है तो मैं बात करने से ज्यादा काम करने पर विश्वास करता हूं,बात अगर गढ़वा की करूं तो भले यह मेरे लिए नया जिला है लेकिन यहां के विषय में जानकारी तो है ही,सबसे पहली प्राथमिकता यही होगी की नक्सलियों से मुक्त हो चुके गढ़वा में फिर से नक्सलियों का कोई भी संगठन सर ना उठा सके,साथ ही जिले को अपराध और नशा से मुक्त बनाने की दिशा में जो काम हो रहा है उसमें निरंतरता बनी रहने के साथ साथ तीव्रता से काम हो ताकि गढ़वा नाक्सल समस्या की तरह अपराध और नशा से पूरी तरह मुक्त हो,लेकिन हां एक बात और ज़रूर कहना चाहूंगा की पुलिस और पब्लिक के आपसी समन्वय और साथ से ही सबकुछ संभव होता है इसलिए गढ़वा में अमन और सुकून पूरी तरह स्थापित हो इस निमित सबका सहयोग भी अपेक्षित होगा।