चार अनाथ बच्चियों के घर पहुंचे एसडीएम

चार अनाथ बच्चियों के घर पहुंचे एसडीएम

“मिशन वात्सल्य” के तहत इन्हें मिलेगा सरकारी लाभ : एसडीएम



दिवंगत आशुतोष रंजन

प्रियरंजन सिन्हा


बिंदास न्यूज, गढ़वा: मानवीय संवेदना से लबरेज प्रशासनिक पदाधिकारी एसडीएम संजय कुमार का संवेदनशील व्यक्तित्व उस वक्त नुमायां हो जाता है जब सरकारी सेवा की सख्ती के बीच उनका बेहद दयालु स्वभाव कार्य रूप में दिखाई दे जाता है। अमूमन यह देखने को नहीं मिलता। लेकिन गढ़वा का सौभाग्य है कि प्रशासनिक पदाधिकारी के रूप में एक बहु आयामी व्यक्तित्व हमें सहज ही प्राप्त हो गया है। आज इस स्वरूप के जिला ने साक्षात दर्शन किया। कहां और कैसे आइए आपको भी इस खबर के जरिए बताते हैं।

शनिवार को दुलदुलवा के दो अलग-अलग परिवारों की चार अनाथ बच्चियों से मिलने सदर एसडीएम संजय कुमार उनके घर पहुंचे। जहां उन्होंने बच्चियों के भविष्य को लेकर इन सभी के पालन पोषण करने वाले रिश्तेदारों से विभिन्न पहलुओं पर बातचीत की। संजय कुमार मौके पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अशोक नायक को भी अपने साथ लेकर पहुंचे थे। उन्होंने डीसीपीओ नायक से कहा कि इन बच्चों के लिए जो भी कल्याणकारी योजनाएं हों उन सभी से आच्छादित करवाने का प्रयास कीजिए। उस पर नायक ने बताया कि मिशन वात्सल्य योजना के तहत इन सभी बच्चियों को 4000 रुपये मासिक राशि उपलब्ध कराई जा सकती है। संजय कुमार ने उनसे इस दिशा में त्वरित पहल और कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

शराब के कारण बिखर गया है परिवार: दो सगी बहनें सुनैना एवं सोनपरी की दर्द भरी दास्तां है कि उनके पिता पिंटू साव का निधन अधिक शराब पीने के चक्कर में लगभग 6 साल पहले हो गया था। उसके बाद उनके दादा उनको पाल रहे थे। तभी उनकी मां ने अन्यत्र कहीं शादी कर ली। उसके कुछ दिनों बाद दादा जी और उनके चाचा का भी निधन हो गया। तो वे पूरी तरह अनाथ हो गयीं। अब दोनों बहनों की देखभाल किसी तरह उनके नाना कर रहे हैं। शनिवार को एसडीएम संजय कुमार उनके नाना, नानी और इन दोनों बच्चियों से मिलने गए थे।

सुनैना और सोनपरी के लिए उपहार लेकर पहुंचे थे एसडीएम: 10 साल की सुनैना और 8 साल की सोनपरी उत्क्रमित मध्य विद्यालय दुलदुलवा में पढ़ती हैं। आज वे जब उनके घर गए तो उनके लिए उपहार स्वरूप फुटवीयर लेकर पहुंचे थे। उपहार पाकर बच्चियां बहुत खुश हुईं।

पूजा और गुंजा को भी मिलेगा मिशन वात्सल्य का लाभ: इसी गांव की दो सगी बहनें पूजा और गुंजा जो क्रमशः कक्षा 7वीं और 6वीं में पढ़तीं हैं। उनकी मां का निधन कुछ समय पूर्व हो गया था। उनके पिता किसी और के साथ शादी करके कहीं अन्यत्र चले गए हैं। उनकी परवरीश उनके नाना कर रहे थे। किंतु दुर्भाग्यवश उनके नाना का भी एक सड़क दुघर्टना में दुखद निधन हो गया। अब इन दोनों बहनों के सामने दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और आज वे पूरी तरह अनाथ हो गयीं हैं। संजय कुमार ने जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी को निदेश दिया कि इन बच्चियों को भी मिशन वात्सल्य के तहत नियमानुसार आच्छादित करते हुये उन्हें मासिक सहायता राशि उपलब्ध करवाने हेतु पहल करें। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद थे।

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Ashutosh Ranjan

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