पलामू सिविल सर्जन का एक पत्र

पलामू सिविल सर्जन का एक पत्र

जिसके बाद पकड़ा गया सब स्टैंडर्ड दवाओं का खेल

सीएस की तत्परता ने नकली दवाओं के नुकसान से बचा लिया मरीजों को



दिवंगत आशुतोष रंजन

प्रियरंजन सिन्हा


बिंदास न्यूज, गढ़वा : जिले के एक सरकारी अस्पताल में सब स्टैंडर्ड दवा सप्लाई मामले का खुलासा हुआ है। हालांकि यह दवा मरीजों के बीच वितरित नहीं किया गया। बल्कि अस्पतालों के स्टोर रूम में पड़ा रहा। गुजरात की एक कंपनी पलामू समेत कई जिलों के सरकारी अस्पतालों में दवा सप्लाई कर रही है।

दरअसल सरकारी अस्पताल में दवा सप्लाई का काम टेंडर के जरिए एक एजेंसी को दिया गया था। 2024-25 में की गई इस खरीदारी के लिए पलामू के सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार सिंह ने 22 जनवरी 2025 को ड्रग इंस्पेक्टर को पत्र लिखा था। ड्रग इंस्पेक्टर को दवा की गुणवत्ता की जांच करने को कहा गया था।

इस पत्र के बाद पलामू के ड्रग इंस्पेक्टर ने 62 तरह की दवाओं का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था। कोलकाता स्थित सेंट्रल लैब से अब तक 21 दवाएं घटिया पाई गई हैं। पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए पलामू के सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार सिंह ने एजेंसी से दवा वापस लेने को कहा है और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए विभाग को भी लिखा है।

दवा मिलने के बाद ही पलामू के सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार सिंह ने सबसे पहले दवा की गुणवत्ता को लेकर आशंका जताई थी और इसकी जांच कराई थी। पलामू के सिविल सर्जन के पत्र के बाद ही ड्रग इंस्पेक्टर ने जिला स्टोर रूम और तरहसी के सीएचसी से दवा का सैंपल लिया था। सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि जनवरी में ही पत्र लिख दिया गया था। ताकि दवा की गुणवत्ता की जांच की जा सके। जांच रिपोर्ट के बाद कंपनी को दवा वापस लेने को कहा गया है और पूरे मामले में कार्रवाई की जा रही है।

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Ashutosh Ranjan

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