जल्द होगा खुलासा पर शायद ज्वलंत रहेगा सवाल


आशुतोष रंजन
गढ़वा

मैं गुज़रे वक्त के बारे में कुछ कहना तो नहीं चाहूंगा क्योंकि अगर आप गढ़वा के रहने वाले हैं या बाहर कहीं भी रहते हुए इस जिले से ताल्लुक रखते हैं तो इस जानकारी से तो आप बखूबी वाक़िफ होंगें की जिला मुख्यालय के किसी भी इलाक़े को असुरक्षित भले माना जाता था पर एकमात्र गढ़देवी चौक था जिसे महफूज़ समझा जाता था,पर वर्तमान गुजरते वक्त में ऐसा क्या हो गया की उस चौक पर शाम में जहां रूप अलंकार ज्वेलर्स में एक ओर लूट की घटना को अंजाम दे दिया गया तो वहीं दूसरी ओर गोली भी चलाई गई,उक्त घटना के बाद यह सवाल ज़ेहन में कौंध रहा है,एक लंबे अरसे से गढ़देवी चौक की बात कौन करे पूरा मुख्यालय सुरक्षित था,लेकिन अचानक घटित हुए इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए,प्रशासनिक दृष्टिकोण से ख़ुद को सुरक्षित मानते हुए अपने व्यवसाय में रमे हुए व्यवसाई इस घटना के बाद निश्चित रूप से अपने आप को सुरक्षा से महरूम मान रहे हैं,उधर कुशल पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय के नेतृत्व में जिला पुलिस एक टीम वर्क के रूप में काम करते हुए हर जटिल मामले में सफ़लता हासिल कर रही है,उसे नज़र करते हुए यही अहसास हो रहा है की इस लूटकांड का भी जल्द खुलासा हो जाएगा और लुटेरे गिरफ्त में होंगे,लेकिन फिर भी सवाल ज्वलंत ही रहेगा की आख़िर लुटेरों में इतना खुलापन कैसे आ गया की उनके द्वारा गढ़देवी चौक पर अवस्थित दुकान को निशाना बनाया गया..?