बुझ गया घर का इकलौता चिराग़


आशुतोष रंजन
गढ़वा

झारखंड के गढ़वा में आज एक ऐसी घटना घटित हो गई जो एक ओर जहां सबको हतप्रभ कर दिया वहीं हर जानने वाला ख़ुद को रोने से नहीं रोक सका,दरअसल आज जिला के युवा पत्रकार प्रिंस धीरज के पुत्र की मौत हो गई,अब आप पूछिएगा की हमने शीर्षक में तो संदेहास्पद मौत लिखा है तो आपको बताऊं की मुख्यालय स्थित संत पॉल नामक स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ने वाला प्रत्युष आज अपने कोचिंग शिक्षक सतीश डुंगडुंग द्वारा शैक्षणिक भ्रमण पर चिनिया थाना क्षेत्र स्थित गुरुसिंधु जलप्रपात ले जाया गया था,जहां पहुंचने के बाद दोपहर में पिता प्रिंस द्वारा जब शिक्षक से बच्चे के बावत पूछा गया तो शिक्षक द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया,तब जिस वाहन से बच्चे गए थे उसके चालक के मोबाइल पर कॉल किया गया,तब शिक्षक से बात हुई और उनके द्वारा बताया गया की आपका बच्चा यानी प्रत्युष दुर्घटना में घायल हो गया है चिनिया स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर ईलाज वास्ते उसे गढ़वा ला रहे हैं,घटना से अनजान और दुर्घटना की जानकारी होने से परेशान प्रिंस समेत अन्य लोग जब अस्पताल पहुंचे तो यहां पाया गया की प्रत्युष की मौत हो चुकी है,यानी सदर अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही उसकी मौत हो चुकी थी,हमने संदेहास्पद क्यों लिखा इस विषयक बताएं की हम आप हों या कोई युवा और बच्चा अगर किसी नदी या जलप्रपात में नहाने के मक़सद से उतरेगा तो वो शर्ट पैंट और पैर में जुता पहन कर नहीं जाएगा,जबकि उसके शव को जब देखा गया तो वो पूरे वस्त्र में था,इसीलिए हमने इस मौत को संदेहास्पद लिखा,इसके अलावे और कई बातें हैं जो अगली ख़बर में बताएंगे,अब यहां पर गढ़वा पुलिस की भूमिका देखी जायेगी उस पुलिस की जो एसपी दीपक पांडेय के कुशल नेतृत्व में पूरी तरह सशक्त हो कर अनुसंधान करते हुए हर छोटे बड़े मामले का सफ़ल अनुसंधान कर रही है,अब देखना यह होगा की एसपी इस मामले का कब तलक सफ़ल अनुसंधान कराते हुए यह स्पष्ट करते हैं की आख़िर प्रत्युष की मौत की क्या सच्चाई है…?