ज़रूरत से कहीं ज़्यादा स्टेटस सिंबल बन गया है हथियार


आशुतोष रंजन
गढ़वा

ऐसे तो कहा भी जाता है की विकासीय कार्य के साथ साथ हमारी आपकी हर किसी की गतिविधि पर प्रशासन की नज़र रहती है,लेकिन झारखंड का एक जिला ऐसा भी है जहां प्रशासन की कुछ विशेष ही नज़र बनी रहती है,हम बात गढ़वा की कर रहे हैं जहां पदस्थापित उपायुक्त शेखर जमुआर और आरक्षी अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय की कार्यकुशलता और संवेदनशीलता का अंदाज़ा इसी बात से लगाइए की उनके द्वारा एक ऐसी बड़ी कार्रवाई की गई है जो आज चर्चा का विषय बना हुआ है,ऐसा क्यों और क्या है वो कार्रवाई,आइए आपको बताते हैं |

तभी तो देखिए साहब ने रद्द कर दिया लाइसेंस : – निर्देश के बाद भी लोगों में जागृत नहीं हुआ सेंस,तभी तो देखिए साहब ने रद्द कर दिया लाइसेंस,क्या आप समझे,कुछ लोग तो इतना से ही वाक़िफ हो गए होंगे की हम क्या कहना चाहते हैं,लेकिन कुछ लोग नावाकिफ ही होंगे तो ऐसे में आपको बताऊं की लोकसभा चुनाव के निमित आचार संहिता लागू होने के साथ ही उपायुक्त द्वारा गढ़वा जिला के लाइसेंसी हथियारधारियों को निर्देश दिया गया था की वो निर्धारित तिथि तक अपना हथियार संबंधित थाना या गन हाउस में जमा कर दें,बहुत लोगों द्वारा निर्देश का अनुपालन करते हुए जमा भी कर दिया गया लेकिन कुछ लोगों ने निर्देश को नकार दिया और उनके द्वारा हथियार जमा नहीं किया गया,इसी के मद्देनजर आर्म्स रूल 2016 का उल्लंघन मानते आरक्षी अधीक्षक द्वारा उन लोगों के लाइसेंस रद्द करने की अनुशंसा की गई जिनके द्वारा अपना हथियार जमा नहीं किया गया,उधर अनुशंसा को गंभीरता से लेते हुए उपायुक्त द्वारा पैंतीस लोगों के हथियार का लाइसेंस रद्द कर दिया गया |

इनके रद्द हुए लाइसेंस : – जिनके हथियार के लाइसेंस को रद्द किया गया उनमें नागेंद्र प्रसाद केशरी,गोपाल कृष्ण चौबे,प्रदीप कुमार महतो,मोहम्मद राशिद खान,संजय कुमार उपाध्याय,जयप्रकाश गुप्ता,कामेश्वर विश्वकर्मा,केशवर तिवारी,नागेंद्र नाथ घर दुबे,जय किशोर शुक्ला,राजेश्वर तिवारी,द्वारका प्रसाद केशरी,प्रभाकर चौबे,अनिता देवी,डॉक्टर जितेंद्र सिन्हा,मोहम्मद शरीफ,रंगनाथ पांडेय,चंद्रशेखर प्रसाद मेहता,सुनील पांडेय,बलेंद्र कुमार सिंह,नीलम प्रताप देव,राजमणि प्रताप देव,सुरेंद्र कुमार जायसवाल,सूरजमणि सिंह,कंचनमणि सिंह,अनिरुद्ध पांडेय,अजय कुमार चंद्रवंशी,बाबू राम सुभग सिंह,गिरिवर पांडेय एवं मोहम्मद असलम का नाम शामिल है |