एक युद्ध नशे के विरुद्ध

एक युद्ध नशे के विरुद्ध

पलामू पुलिस का जागरुकता अभियान!

नशा के खिलाफ पूरे झारखंड में चलाया जा रहा है अभियान



दिवंगत आशुतोष रंजन

प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज़ गढ़वा


नशा के खिलाफ पूरे राज्य में अभियान चलाया जा रहा है। इसी के तहत पलामू पुलिस भी नशा के खिलाफ जागरुकता अभियान चला रही है। जागरुकता अभियान के बीच पलामू पुलिस ने घोषणा किया है कि वैसे लोग जो नशा छोड़ना चाहते हैं पुलिस उनकी मदद करेगी।

नशा को लेकर पलामू पुलिस काफी संवेदनशील हो कर अभियान चला रही है। ड्रग पैडलरों के खिलाफ कार्रवाई के साथ-साथ पुलिस युवाओं को जागरुक कर रही है। इसी कड़ी में पलामू पुलिस स्कूल एवं कॉलेज कर रही है एवं बच्चों के साथ सीधा संवाद स्थापित कर रही है। संवाद के दौरान बच्चों को नशा से होने वाले नुकसान के बारे में पुलिस जागरुक कर रही है।


नशा के खिलाफ पलामू पुलिस का अभियान

नशे की गिरफ्त में युवा, कार्रवाई में हुए कई खुलासे: युवा पीढ़ी सबसे अधिक नशे की शिकार हो रही है। पुलिस युवाओं को टारगेट कर अभियान चला रही है और उन्हें जागरूक कर रही है। इससे पहले पलामू पुलिस की कार्रवाई में कई बड़े खुलासे हुए हैं। पलामू के प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर और चैनपुर के इलाके में पुलिस की कार्रवाई में एक वर्ष के दौरान आधा दर्जन के करीब ड्रग पैडलर पकड़े गए हैं। इस कार्रवाई में पैडलरों ने पुलिस को बताया है कि 14 से 25 वर्ष के बीच के युवा नशीले पदार्थों की सबसे अधिक खरीदारी कर रहे हैं। स्कूल और कॉलेज में स्टूडेंट्स नशीले पदार्थों को ज्यादा खरीद रहे हैं।


नशा के खिलाफ स्कूली छात्राओं की साइकिल रैली

नशा को रोकना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती: नशा को रोकना पलामू पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। पलामू का इलाका बिहार से सटा हुआ है। जबकि पड़ोस का जिला गढ़वा, उत्तर प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ से सटा हुआ है। बिहार और चतरा से सटे हुए सीमावर्ती इलाके में बड़े पैनाने पर अफीम की खेती का भी इतिहास रहा है। पुलिस की कार्रवाई में कई बड़े खुलासे हुए है। जनवरी 2024 से 2025 के बीच पलामू में 30 से अधिक नशा के कारोबारी को गिरफ्तार किया गया है। जबकि लाखों की शराब, अफीम, गांजा, हेरोइन, नकली दवा समेत कई नशीली सामग्री को बरामद किया गया है। पुलिस की कार्रवाई में इस बात का खुलासा हुआ है कि गांजा, हेरोइन, अफीम का नेटवर्क कई राज्यों तक फैला हुआ है। गांजा का ओडिशा जबकि हेरोइन का नेटवर्क बिहार के सासाराम और यूपी के वाराणसी से जुड़ा हुआ है।

नशा के खिलाफ पुलिस का जागरुकता अभियान: आज के वक्त में एक बहुत बड़ी सामाजिक समस्या है कि छोटे बच्चे भी नशा कर रहे है। पूरे पलामू जोन में नशा के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में बड़े पैमाने पर अफीम से जुड़े हुए खेती को नष्ट किया गया है और पैडलर्स के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पुलिस पूरे जोन में नशा के प्रति लोगों को जागरूक कर रही है। इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है – सुनील भास्कर, आईजी पलामू।

नशा के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है और लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जागरुकता अभियान में शिक्षा विभाग के द्वारा भी काफी सहयोग मिल रहा है और स्कूली बच्चे जुड़ रहे हैं। वैसे लोग जो नशा को छोड़ना चाहते हैं पुलिस उनकी मदद करेगी। पुलिस काउंसलिंग भी करवाएगी – रीष्मा रमेशन, एसपी पलामू।

नशे के लिए अपराध की दलदल में धंस रहे युवा: नशा के लिए युवा आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने से भी गुरेज नहीं करते हैं। युवा नशा के लिए हत्या और लूट जैसी आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस की ओर से हुई कार्रवाई में इस बात का खुलासा कई बार हो चुका है।

स्कूली बच्चों के साथ पुलिस पदाधिकारी: केस स्टडी- 01ः मेदिनीनगर टाउन टाउन थाना क्षेत्र से पुलिस ने 23 जून को दो मवेशी चोरों को गिरफ्तार किया है। दोनों गांजा का नशा करते है। गांजा की जरूरत पूरा करने के लिए दोनों मवेशियों की चोरी करते थे।

केस स्टडी- 02ः अप्रैल में मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र में नशा करने वाले एक लड़के ने अपने पड़ोस में रहने वाली एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म को अंजाम दिया था और उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर डाली थी।

केस स्टडी- 03ः अप्रैल में पाटन थाना क्षेत्र के हिसरा बरवाडीह में पति और पत्नी बैठकर शराब पी रहे थे। शराब पीने के दौरान दोनों के बीच विवाद हुआ था पति ने अपनी पत्नी को गला दबाकर हत्या कर डाली।

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Ashutosh Ranjan

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