हर चौक-चौराहे पर लगाए जाएंगे पोस्टर
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा
पलामू प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर के इलाके में चेन स्नैचिंग करने वाले अपराधियों का पता बताने वाले को पुलिस 25 हजार रुपये का इनाम देगी। चेन स्नैचिंग की घटनाओं में शामिल अपराधियों के पूरे शहर में बैनर और पोस्टर लगाए जाएंगे। दरअसल, पिछले एक महीने में मेदिनीनगर टाउन थाना क्षेत्र में आठ चेन स्नैचिंग की घटनाएं हो चुकी हैं। वहीं करीब दो महीने पहले भी एक साथ तीन चेन स्नैचिंग की घटना हुई थी। चेन स्नैचिंग के दौरान अपराधियों ने केमिकल का भी इस्तेमाल किया था। जिसमें एक महिला बेहोश हो गई थी।
मेदिनीनगर शहर में हाई अलर्ट: लगातार चेन स्नैचिंग की घटनाओं के बाद पुलिस ने मेदिनीनगर शहर में हाई अलर्ट जारी करते हुए पूरे इलाके को सैनिटाइज किया है। कई चौक-चौराहे पर अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है और पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। पुलिस की एक स्पेशल टीम चेन स्नैचिंग की घटनाओं का पता लगाने के लिए कई इलाकों में छापेमारी कर रही है।
पुलिस पदाधिकारियों को दिया गया टास्क: स्नैचिंग की घटनाओं को देखते हुए पलामू एसपी रीष्मा रमेशन के निर्देश पर सदर एसडीपीओ मणिभूषण प्रसाद ने पूरे मेदिनीनगर टाउन थाना के पुलिस पदाधिकारियों को तलब किया था। सभी पुलिस पदाधिकारियों को टास्क सौंपा गया है। इसी दौरान यह बात सामने आई कि चेन स्नैचिंग में शामिल अपराधियों पर पुलिस ने इनाम जारी किया है। अपराधियों का पता बताने वाले को 25 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। चेन स्नैचिंग की घटनाओं में शामिल अपराधियों की जानकारी देने वाले का नाम, पता पुलिस गोपनीय रखेगी।
“चेन स्नैचिंग की घटनाओं को देखते हुए टाउन थाना के पुलिस पदाधिकारियों को बुलाया गया था और पूरे मामले की समीक्षा की गई थी। स्नैचिंग की घटनाओं में शामिल अपराधियों के खिलाफ इनाम घोषित किया गया है। साथ ही साथ उनके बैनर और पोस्टर पूरे शहर में लगाए जा रहे हैं। सावन को देखते हुए पूरे इलाके में हाई अलर्ट जारी किया गया है। मंदिरों और रोड पर निगरानी बढ़ाई गई है। कई इलाकों में अतिरिक्त बलों की तैनाती की गई है और पूरे इलाके को सैनिटाइज किया गया है।” – मणिभूषण प्रसाद, एसडीपीओ, मेदिनीनगर सदर
चेन स्नैचर गिरोह के अपराधी हैं काफी शातिर: चेन स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह के अपराधी काफी शातिर हैं। गिरोह के पास इलाके के बाइक के नंबरों की पूरी जानकारी है। गिरोह के सदस्य जब भी घटनाओं को अंजाम देते हैं स्थानीय बाइक के नंबर का इस्तेमाल करते हैं। पुलिस की जांच में यह पता चला है कि जिस बाइक से चेन स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम दिया गया है, उस बाइक का नंबर किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड है।