तनाव प्रबंधन और परीक्षा रणनीति पर एक मित्र की तरह एसडीएम ने की बातचीत
भारतीय संविधान को आसान भाषा में समझाया, प्रस्तावना का सामूहिक पाठ करवाया
गोविंद विद्यालय मैदान पर कब्जे को लेकर बच्चों ने बयां किया दर्द
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दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा
गढ़वा : पूर्व निर्धारित साप्ताहिक कार्यक्रम “कॉफ़ी विद एसडीएम” के तहत आज बुधवार को सदर एसडीएम संजय कुमार ने बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे 10वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं से प्रेरक और आत्मीय संवाद किया। इस विशेष सत्र में विद्यार्थियों ने परीक्षा को लेकर होने वाले अनचाहे दबाव, अध्ययन संबंधी चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं पर खुलकर चर्चा की। संजय कुमार ने बच्चों को बताया कि परीक्षा केवल ज्ञान का परीक्षण नहीं होती, बल्कि यह मानसिक संतुलन, भावनात्मक दृढ़ता और अनुशासन की भी परीक्षा है। उन्होंने कहा कि तनाव से बचने के लिए नियमित अंतराल पर छोटे ब्रेक लेना और सकारात्मक सोच बनाए रखना जरूरी है, ताकि मन शांत और केंद्रित रह सके।
खुद से नोट्स बनाएं: एसडीएम ने विद्यार्थियों को अपनी तैयारी को मजबूत और प्रभावी बनाने के लिए व्यावहारिक सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि अपने हाथ से बनाए गए नोट्स हमेशा अधिक उपयोगी होते हैं, क्योंकि वे आपकी समझ के अनुरूप होते हैं और कठिन विषयों को आसानी से याद रखने में मदद करते हैं। इसके लिए बच्चे अपनी खुद की ट्रिक्स भी बना सकते हैं।
परीक्षा से पूर्व सोशल मीडिया से बना लें दूरी: उन्होंने यह भी सलाह दी कि परीक्षा से ठीक पहले सोशल मीडिया से दूरी बनाकर पढ़ाई पर पूरा ध्यान देना चाहिए, क्योंकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अनावश्यक समय खर्च करते हैं और एकाग्रता कम कर देते हैं।
सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई पर नहीं रहें निर्भर: उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी समझाया कि काफी हद तक ऑनलाइन पढ़ाई भी सहायक हो सकती है, लेकिन केवल उसी पर निर्भर रहने से गहराई और लिखने की आदत विकसित नहीं होती, इसलिए किताबों से अध्ययन और लिखकर अभ्यास करना अधिक लाभदायक है। हर विषय में काम से कम एक आधार पुस्तक जरूर रखें।
विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को किया दूर: संवाद सत्र के दौरान छात्र-छात्राओं ने परीक्षा रणनीति से जुड़े टिप्स, पढ़ाई के घंटों, तनाव प्रबंधन, करियर मार्गदर्शन और पुस्तक चयन से जुड़ी कई जिज्ञासाएँ साझा कीं। एसडीएम ने उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना और सहज भाषा में एक दोस्त की तरह गपशप करते हुए अपने अनुभवजन्य ज्ञान से उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। बातचीत का पूरा माहौल बेहद सहज, सकारात्मक और उत्साहवर्धक रहा।
शुभकामनाएं दीं: अंत में एसडीएम संजय कुमार ने विद्यार्थियों को आगामी बोर्ड परीक्षा के लिए शुभकामनाएँ दीं और कहा कि मेहनत, नियमितता और आत्मविश्वास ही सफलता की असली कुंजी हैं।
मानसिक तनाव से बचने का दिया सुझाव: उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं से कहा कि यह स्वाभाविक है कि किसी भी परीक्षा में मानसिक दबाव होता ही है किंतु जो इस दबाव को सकारात्मक रूप से झेल जाते हैं वही जीवन में आगे बढ़ते हैं। कहा कि सिर्फ अंकों की दौड़ में आगे नहीं रहना है, बल्कि स्वस्थ स्पर्धा रखना है, तनाव से दूर रहना है, कभी नकारात्मक विचार मन में नहीं लाना है।
गोविंद हाई स्कूल मैदान को मुक्त कराने की मांग उठी: स्कूली छात्र-छात्राओं ने गोविंद हाई स्कूल के मैदान पर अनधिकृत कब्जा हो जाने को लेकर अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि गोविंद हाई स्कूल का मैदान, जो वर्षों से उनके खेलकूद और शारीरिक गतिविधियों का एकमात्र स्थान रहा है, अब लगभग उपयोग से बाहर हो गया है। विद्यार्थियों ने कहा कि इस मैदान में लगातार गाड़ियाँ खड़ी रहती हैं और कई लोगों ने वहां अतिक्रमण भी कर लिया है, जिससे बच्चों के लिए खेलना लगभग असंभव हो गया है। छात्रों ने यह भी उल्लेख किया कि पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद उनके मानसिक और शारीरिक विकास के लिए आवश्यक है, लेकिन मैदान की वर्तमान स्थिति के कारण वे इस सुविधा से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने एसडीएम से आग्रह किया कि इस विषय पर आवश्यक कार्रवाई की जाए ताकि मैदान को पुनः खेलकूद योग्य बनाया जा सके और छात्र अपनी नियमित गतिविधियों में वापस लौट सकें। संजय कुमार ने उनकी चिंता को गंभीरता से लेते हुए उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया।
विचार रखे: संवाद में जिन छात्र-छात्राओं ने अपने विचार रखे उनमें प्रिंस कुमार, साजिया परवीन, आकांक्षा रानी, असका केसरी, रोशनी तिवारी, अनुराधा कुमारी, सौम्या शुक्ला, अस्तुति कुमारी, रूपांजलि कुमारी, साबरीन परवीन, रोशनी प्रिया, अनुप्रिया कुमारी, आशू कुमार चौबे, आर्यन उपाध्याय, साक्षी सिंह, मधुलिका रानी, हर्ष कुमार तिवारी, गोल्डी कुमारी, अपराजिता कुमारी, चंदा कुमारी, प्रियंका दुबे, रोशिता कुमारी आदि शामिल हैं।








