दो दिन पहले ही बाना के मुसहर टोला में एसडीएम ने किया था भ्रमण
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा
किसी दुखियारे के दर्द को शिद्दत से महसूस करना और उसके दुखों को दूर करने में प्राणपन से जुट जाना यह गुण जिसमें हो उसे सबसे अलग व विशिष्ट साबित करता है। न तो मुसहर नए हैं न अधिकारियों की कुर्सी कभी खाली थी। लेकिन ऐसे विचार का आना और उसे वास्तविकता के धरातल पर उतार देना उन्हें अलग साबित करता है। कैसे आइए इस खास खबर के जरिए आपको भी बताते हैं। सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने दो दिन पूर्व मेराल प्रखंड के बाना गांव स्थित मुसहर टोली पहुंच कर यहां रह रहे मुसहर परिवारों के जीवन स्तर से जुड़ी न्यूनतम आवश्यकताओं के बारे में जानकारी ली थी। उन्हें यहां मौके पर तीन परिवार ही अस्थायी झोपड़ियां बनाकर रहते हुये मिले थे। मौके पर ज्ञात हुआ था कि मुसहर परिवारों की जमीनों पर स्थानीय अनुसूचित जाति के कुछ परिवारों ने अवैध दखल कब्जा कर उस पर या तो घर बना लिए हैं या जोत कोड़ कर रहे हैं। अवैध कब्जा होने के बावजूद भी अभी लगभग एक एकड़ से अधिक भूमि खाली पड़ी है। जिस पर भविष्य में अवैध कब्जा ना हो इसको लेकर न केवल अंचल अधिकारी मेराल यशवंत नायक को अनुमंडल पदाधिकारी ने आवश्यक कदम उठाने हेतु कहा साथ ही बीडीओ को निर्देश दिया था कि जो खाली जमीन है उस पर मुसहर परिवारों के लिए अविलंब आवास बनाकर दें।
24 घंटे के अंदर आवास निर्माण की हुयी पहल: एसडीएम के निर्देश पर यहां के रामस्वरूप मुसहर तथा मनोज मुसहर के परिवार के लिए आवास बनवाने के लिये त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर बीडीओ मेराल ने मौके पर पहुंचकर आवास निर्माण के लिए ले आउट करवाया। उन्हें निर्देशित किया गया था कि वे अपनी निगरानी में समन्वयात्मक सहयोग से इन दोनों मुसहर परिवारों के आवासों का निर्माण शुरू करवाना सुनिश्चित करेंगे। फलस्वरूप आज निर्माण कार्य की आधारशिला रख दी गयी।



एसडीएम ने थामा फावड़ा, शुरू की नीव खुदाई: आज शनिवार को अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार दूसरी बार बाना गांव के मुसहर टोली पहुंचे हुए थे। उन्होंने सर्वप्रथम मुसहर परिवारों से मुलाकात की तथा उन्हीं की मौजूदगी में आवास निर्माण का काम शुरू करवाया। संजय कुमार ने खुद अपने हाथों से फावड़ा चलाकर नींव खुदाई आरम्भ करवाई। इस दौरान उन्होंने लाभुकों के परिजनों तथा स्थानीय ग्रामीणों का मुंह भी मीठा करवाया। पहली बार अपना घर बनते देख मुसर परिवारों के बूढ़े बच्चे सभी के चेहरे पर खुशी झलक उठी। इनमें से एक मनोज मुसहर खुद भी अपने हाथ में फावड़ा कुदाल लेकर अपनी नींव की खुदाई करने में जुट गये थे। इस दौरान पूर्व मुखिया विजय सिंह, रामा राम, रविन्द्र कुमार आदि सहित बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण भी मौजूद थे।