लोग जुड़ते जा रहे हैं,कारवां बनते जा रहा है


आशुतोष रंजन
गढ़वा

समाजसेवा के निमित क़दम बढ़ा चुके युवा समाजसेवी सह विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक प्रत्याशी बिकास दुबे के पांव बिना रुके और बिना थके हुए उन गांव में वैसे लोगों तक पहुंच रहे हैं जो आज तलक किसी का आस जोहते हैं की कोई उन तक भी पहुंच उनका बदहाल – ए – हालात से वाक़िफ होता,क्योंकि जब बिकास उनके पास पहुंच उनका जैसे ही हाल पूछते हैं तो लोग फफक पड़ते हैं और भर्राए आवाज़ के साथ कहते हैं की अब तक जिन्हें भी हमने अपना रहनुमा बनाया वो तो ख़ुद के हालात बदलने में लगे रहे,भला उन्हें कहां फुरसत की मेरे बारे में जान लेने की,आज आपने पूछा तो बड़ा सुकून लगा की कोई तो है जो मेरे हाल को जानने आया है,उधर लोगों की आंखों से छलकते आंसू को देख ख़ुद भावुक हो जाने वाले बिकास दुबे उनसे कहते हैं की अब आपको ऐसे ना तो मायूस होना है और ना ही निराश होना है,क्योंकि आपकी आंखों के इसी आंसू को पोछने और आपके हर आस को पूरा करने के लिए ही मैं आपके बीच आया हूं,कहा की जिन्हें आप अपना रहनुमा चुन अब तक उनका आस जोह रहे हैं वो ख़ुद के लिए आपके पास आए थे और मैं अपने लिए नहीं बल्कि आपके लिए आया हूं,क्योंकि मैं वो बेटा नहीं हूं जो बूढ़े मां बाप को वृद्धाश्रम में छोड़ दिया करते हैं,मैं आपका वो बेटा हूं जो किसी भी हाल में आपका साथ नहीं छोड़ेगा,क्योंकि मैं कहीं बाहर से आयातित नहीं हूं बल्कि आपके बीच का हूं इसलिए आपके बिना बताए भी आपके पुरातन से ले कर वर्तमान हालात से बखूबी वाक़िफ हूं,इसलिए मैं दृढ़ संकल्प के साथ आपके बदहाली हालात को दूर करने के लिए ही क़दम बढ़ा दिया हूं,बस ज़रूरत है आपके आशीर्वाद और आपके साथ ही ताकि मैं संकल्प को पूरा कर सकूं।