7500 रुपए के लिए पति, सास व दादी सास ने बहू को मार डाला
दिवंगत आशुतोष रंजन
आकाश लोहार
गढ़वा
केवल दो बेटियों की मां होने एवं सरकार से ढाई हजार रुपए महीना बतौर सहयोग मिलने ने एक और अबला नारी की बलि ले ली। वैसे उसे दहेज के लिए भी सदैव प्रताड़ित किया जाता था। लेकिन मईंयां सम्मान योजना के तहत 3 महीने की एक मुस्त 7500 रुपए मिलने को लेकर ससुरालियों ने सकीना बीवी की हत्या कर डाली। सकीना का गुनाह मात्र इतना था कि सरकार ने जो उसे नारी सशक्तिकरण को लेकर पैसे सहयोग के रूप में दिए थे उसे वह अपने पति, सास एवं दादी सास को नहीं देना चाहती थी। 21वीं शताब्दी के चौथाई भाग बीतने की दहलीज पर किसने यह नृशंस घटना को अंजाम दिया इस खबर के जरिए आपको बताते हैं। गढ़वा जिला के रंका थाना अंतर्गत मानपुर गांव निवासी खुर्शीद अंसारी की पत्नी सकीना बीबी 25 वर्ष की सोमवार की देर शाम हत्या करके बांस के बखार में गले में फंदा लगाकर फांसी का रूप दे दिया गया। हालांकि उस फांसी को देखकर कोई भी समझ सकता है कि इस रूप में फांसी लगाने से किसी की जान नहीं जा सकती। क्योंकि सकीना पैर मोड कर जमीन पर बैठी हुई है। और गले में फंदा डाला हुआ है। नाजों से पाली बिटिया को मार डालने की सूचना मिलने पर मृतका के पिता रोज मोहम्मद अंसारी ने रंका थाना में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने कहा है कि सकीना जब अपने खाता में से 7500 रुपए निकाल कर घर लौटी तो पति खुर्शीद अंसारी, सास रोजनी बीवी व दादी सास नजमा बीवी ने उससे पैसा मांगने के लिए दबाव डाला। लेकिन सकीना ने यह कहते हुए कि सरकार ने उसकी मदद करते हुए पैसा दिया है। वह पैसा नहीं देगी। बावजूद इसके उस पर पैसा के लिए जबरन दबाव डाला गया। इस स्थिति में उसने पति खुर्शीद अंसारी को ₹500 दे दिए। इसके बाद भी पति, सास एवं दादी सास ने मिलकर जमकर पिटाई करते हुए गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और घर से बाहर ले जाकर बांस के बखार में गले में फंदा डालकर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की। इस मामले को लेकर रंका थाना प्रभारी चेतन कुमार सिंह ने कहा कि पति पत्नी के बीच पैसे को लेकर झगड़ा हुआ था। इसी के बाद पत्नी बाहर निकल कर फांसी लगा ली। हालांकि इसमें दहेज हत्या को लेकर भी मुकदमा दर्ज कराया गया है। रंका थाना कांड संख्या 30/25 दर्ज करके खुर्शीद अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि अन्य नामजद आरोपियों को पकड़ने के लिए छापामारी की जा रही है।