झारखंड में सुरक्षित नहीं हैं बेटियां: अलखनाथ


आशुतोष रंजन
गढ़वा

गढ़वा भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश केशरी के नेतृत्व में ओबरा गांव निवासी पीड़िता कशीश कुमारी से मिलने सदर अस्पताल पहुंचा,वहां पहुंचने पर पिड़िता का अस्पताल में भर्ती कागज़ात ही नहीं मिल रहा था कोई यह बताने को तैयार नहीं था कि पिड़िता कहां है,बहुत खोजने के बाद किसी तरह पिड़िता कशीश कुमारी का पता चला,उसके मिलने के बाद अस्पताल कर्मियों ने कागज़ात खोजकर डीएस को दिखाया,भाजपा प्रतिनिधिमंडल द्वारा आदिवासी समाज की लड़की पिड़िता कशिश कुमारी एवं उसकी मां से घटना की जानकारी ली गई,पिड़िता एवं उसकी मां ने बताया कि ओबरा के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पिड़ि‌ता बच्ची के साथ मारपीट कर नग्न अवस्था में खुलेआम सड़क पर फेंक दिया था,गनीमत रही और ऊपरवाले की कृपा रही की रास्ते से गुज़र रहे वाहन चालक की नज़र उस पर पड़ी और ऐन वक्त पर उसके द्वारा गाड़ी का मार्जेंसी ब्रेक इस्तेमाल कर अपनी गाड़ी को रोक लिया गया नहीं तो पीड़िता की जान चली जाती।

झारखंड में सुरक्षित नहीं हैं बेटियां: मौके पर मौजूद भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अलखनाथ पांडे ने कहा कि राज्य में सत्तासीन वर्तमान सरकार में बेटीयां सुरक्षित नहीं हैं,गढ़वा जिला सहित पुरा झारखंड अशांत हो चुका है,आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बाद भी एक आदिवासी की बेटी तक सुरक्षित नहीं है तो पूरे राज्य के हालात का अंदाज़ा लगाया जा सकता है,उन्होंने कहा कि जब से गढ़वा में झामुमो विधायक बने हैं गढ़वा में सिर्फ अव्यवस्था का माहौल है,हर जगह लुट मचा हुआ है,गढ़वा की जनता सब देख रही है,उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा ओबरा में बहुत बड़ा घृणित अपराध किया गया है,जिस तरह की जानकारी मिली है उसमें प्रशासन को कड़ा कदम उठाना चाहीए था,पिड़िता कशिश कुमारी को नग्न अवस्था में सड़क पर फेंक दिया गया था,इसमें पोस्को एक्ट के तहत मुकदमा दायर किया जाना चाहीए था,लेकिन जो जानकारी मिली है उसमें अपराधियों के ऊपर पोस्को एक्ट नहीं लगाया गया है,इससे यह साबित होता है कि प्रशासन द्वारा भी कहीं न कहीं दबाव में काम किया जा रहा है,उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में बहुत खोजने के बाद पिड़िता कशिश कुमारी का पता लग पाया,पिड़िता का अस्पताल में कागज़ात भी छुपाने का प्रयास किया गया,जिससे यह पता चलता है कि मामले को दबाने का भरपुर प्रयास किया जा रहा है।

वो और कितना अशांत करेंगें गढ़वा को: भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश केशरी ने वर्तमान सरकार और स्थानीय विधायक पर तंज कसते हुए कहा कि अब तो चहुंओर से कराहने और सिसकने की आवाज़ आ रही है,चारो तरफ़ आतत्ताइयों द्वारा आतंक मचाया जा रहा है,और विडंबना देखिए सरकार तफ़रीह में व्यस्त है,बात गढ़वा की करें तो जिला पुरी तरह से अशांत हो चुका है,ओबरा में पिड़िता कशिश कुमारी के मामले में पोस्को एक्ट के तहत मुकदमा दायर किया जाना चाहीए,क्योंकि पिड़िता को नग्न अवस्था में सड़क पर फेंक दिया गया था,इससे यह साबित होता है कि अपराधियों द्वारा गलत मंशा से मारपीट किया गया है,उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन अपराधियों के ऊपर एफ आई आर में फिर से संशोधन कर पोस्को एक्ट जैसे गंभीर धाराओं को जोड़कर अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए,अन्यथा भाजपा आदिवासी समाज के पिड़िता के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेगा,अगर पिड़िता को सही तरीके से इलाज नही हुआ और न्याय नहीं मिला तो आंदोलन हमारी बाध्यता होगी।

और जनता बेहाल है: भाजपा जिला महामंत्री संतोष दुबे ने कहा कि सरकार रिसॉर्ट में आनंद लेने में व्यस्त है और इधर जनता बेहाल है,झामुमो सरकार में जनता सुरक्षित नहीं है,हर जगह लुट,मार पीट,चोरी हत्या लव जेहाद जैसी घटनाओं को खुलेआम अंजाम दिया जा रहा है,लेकिन प्रशासन अपराध रोकने में विफल साबित हो रहा है,उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में एक विशेष समुदाय के लोगों का मनोबल गलत कार्य के प्रति बढ़ा है,जिस तरह से आदिवासी समाज की नाबालिग लड़की के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार किया गया,पर अब तलक सरकार का कोई भी नुमाइंदा इसे देखने तक नहीं आया जो उनकी नियत को परिलक्षित करता है।

ये भी रहे मौजूद: प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से भाजपा जिला मिडिया प्रभारी विवेकानंद तिवारी,भाजयुमो जिलाध्यक्ष रितेश चौबे,जिला महामंत्री विकास तिवारी,मिडिया प्रभारी लक्ष्मीकांत पांडेय,बृजेश धर दुबे,नीरज पाठक,सुप्रीत केशरी,ओमप्रकाश पासवान सहित अन्य कई लोग मौजूद रहे।