कुछ माह पहले पत्नी,अब पति की भी मौत,अनाथ हो गए दो बच्चे


आशुतोष रंजन
गढ़वा

इसे किस रूप में समझते हुए लिखा जाए आज मुझे माकूल शब्द नहीं मिल रहा है,कभी कभी ऐसी घटनाएं घटित हो जाती हैं जो हर किसी को विचलित कर जाती हैं,कुछ वैसा ही आज मेरा मन भी विचलित हो गया है,आख़िर ऐसा क्या हुआ है आइए आपको इस ख़ास ख़बर के ज़रिए बताते हैं।

उनके आंखों का आंसू भावुक कर रहा है सबको: विचलित होने का कारण घटी घटना है,आपको बताऊं की कुछ माह पहले लातेहार के मणिका में एक घटना घटित होती है जिसमें पत्नी की मौत हो जाती है और देर रात घटित हुई एक अन्य अबूझ घटना में पति की भी मौत हो जाती है,अब उनके दो छोटे बच्चों की आंखों से बहता आंसू हर किसी को भावुक कर रहा है,दरअसल पलामू जिले के तिसिबार गांव निवासी विकास कुमार सिंह की पत्नी की मौत कुछ माह पहले मणिका में सड़क दुर्घटना में हो गई और देर रात एक अबूझ घटना हुई जिसमें विकास सिंह की भी मौत हो गई,अब उनके दो बच्चों के आंखों से ढलते आंसू को देख हर कोई भावुक हो रहा है,भले जन्म के साथ मौत भी तय हो पर ऊपरवाले को ऐसा सितम नहीं ढाना चाहिए,पत्नी की मौत के बाद विकास दो बच्चों को पिता के साथ साथ मां बन कर भी संभाल रहे थे,लेकिन आज बच्चों के सर से ऊपरवाले ने पिता का भी साथ छीन लिया,अब उन दो बच्चों के भविष्य का क्या होगा यह यक्ष प्रश्न है क्योंकि उनके दादा यानी विकास सिंह के दिव्यांग पिता को समझ नहीं आ रहा है।

दुर्घटना या हत्या..?: पत्नी की मौत तो सड़क दुर्घटना में हुई थी उसे स्वीकारा जा रहा है लेकिन विकास सिंह की मौत जो देर शाम गढ़वा बंशीधर मुख्य सड़क स्थित अकलवानी गांव पास हुई उसे सड़क दुर्घटना में जान जाना लोग स्वीकार नहीं रहे,जैसा उनके पिता द्वारा बताया गया उसके अनुसार आपको बताऊं की विकास सिंह मेराल क्षेत्र में ज़रूरी काम वास्ते गए थे,बच्चों द्वारा फोन कर के उनसे सब्जी लाने को कहा गया था,जब वो सड़क पर मृत पड़े थे उस वक्त उनके बुलेट गाड़ी में थैला में सब्जी भी था,उधर आज सुबह उनके शव के साथ सदर अस्पताल के सामने मुख्य सड़क को जाम कर रहे राजद जिलाध्यक्ष सूरज सिंह ने कहा की विकास सिंह की मौत सड़क दुर्घटना में नहीं बल्कि उनकी हत्या हुई है,इसे हमलोग किसी भी रूप में सड़क दुर्घटना नहीं स्वीकार सकते,सूरज सिंह सहित अन्य जामकर्ताओं द्वारा मौक़े पर मौजूद अधिकारियों से सरकारी मुआवजा के तहत एक लाख रुपया एवं दोनों बच्चों को उचित पढ़ाई की व्यवस्था करने की मांग की गई।

होगी जांच और प्रावधान के तहत मिलेगा मुआवजा: उधर सड़क जाम कर रहे जामकर्ताओं को अंचलाधिकारी मयंक भूषण,बीडीओ कुमुद झा,शहर थाना प्रभारी लक्ष्मीकांत और मेराल थाना प्रभारी लाल बिहारी पहुंचे,कुछ देर बहस और आश्वासन के बाद जामकर्ताओं द्वारा सड़क जाम हटाया गया,उधर शव को उनके घर भेजने के उपरांत बीडीओ कुमुद झा ने मीडिया से बात करते हुए कहा की विकास सिंह की मौत सड़क दुर्घटना में हुई है या उनकी हत्या हुई है यह जांच का विषय है,मामले की जांच होगी,साथ ही कहा की जहां तक मुआवजे की बात है तो जहां एक ओर प्रावधान के तहत मुआवजा मिलेगा वहीं दूसरी ओर बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था भी जिला प्रशासन द्वारा की जाएगी।

घटना तो घट जाती है,लेकिन घटित होने वाली घटनाएं कई सवाल छोड़ जाती हैं,कल तक मां के जाने का सदमा झेलते हुए किसी तरह जीवन जी रहे वो अबोध अब किसके सहारे जिंदगी बसर करेंगें जिनके सर से आज पिता का भी साया छीन गया.?