पत्रकार एकादश एवं प्रशासन एकादश टीम के बीच हुआ फैंसी क्रिकेट मैच का आयोजन


आशुतोष रंजन
गढ़वा

अपने तीखे सवालों से कभी नश्तर सा चुभोने वाले तो कभी जटिल प्रश्नों से सामने वाले को हरा देने वाले हम सभी पत्रकार आज हार गए,अब ऐसा कहने से आप यह कतई मत सोचिएगा की हमलोग सवाल ज़वाब में हार गए,आख़िर हमलोग कहां और कैसे हार गए आइए न आपको इस ख़ास ख़बर के ज़रिए बताते हैं।

आज हार गए हम पत्रकार: – बड़ी बेसब्री से आप यह जानना चाह रहे होंगें की दूसरों को हराने वाले पत्रकार आख़िर कैसे हार गए तो आपको बताऊं की 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गढ़वा जिला मुख्यालय स्थित टाउन हॉल के मैदान में उपायुक्त शेखर जमुआर एवं पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा समेत जिले के वरीय पदाधिकारी, स्थानीय जन प्रतिनिधि एवं काफी संख्या में दर्शकों की उपस्थिति में आज पत्रकार एकादश एवं प्रशासन एकादश टीम के बीच 10-10 ओवरों का फैंसी क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया,पत्रकार एकादश टीम ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 रन बनाए एवं 51 रनों का लक्ष्य दिया,पत्रकार एकादश के तरफ से धर्मेंद्र कुमार सिंह ने सर्वाधिक 13 रनों की पारी खेली,वहीं प्रशासन एकादश की तरफ से मिनहाज ने गेंदबाजी करते हुए 3 ओवर में 2 रन देकर 2 विकेट चटकाए,लक्ष्य का पीछा करते हुए प्रशासन एकादश टीम ने महज 5 ओवर में 54 रन बनाकर मैच जीत लिया,इनमें निलेश मुर्मू ने सर्वाधिक 25 रन बनाए।

दोनो टीमों के खिलाड़ी हुए सम्मानित: – उधर पूरे खेल के दौरान सभी खिलाड़ियों का उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा जहां एक ओर हौसला अफजाई किया गया तो वहीं दूसरी ओर विजेता और उपविजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान करने के के साथ साथ सभी खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया गया,इसे पूरे मैच का कमेंट्री मनोज तिवारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा राज महेश्वरम द्वारा किया गया।

बैट्सनैन निलेश तो बॉलर के रूप में धर्मेंद्र हुए हुए पुरस्कृत: – मैच में प्रशासन एकादश के खिलाड़ी नीलेश मुर्मू को बेस्ट बैट्समैन तो बेस्ट बॉलर के रूप में पत्रकार एकादश टीम के धर्मेंद्र कुमार सिंह एवं मैन ऑफ द मैच के लिए प्रशासन एकादश के खिलाड़ी मिनाजुल हक को पुरस्कृत किया गया।

अब शायद आप पूरी तरह से समझ गए होंगे की हमलोग कहां हार गए,हार जीत का खेल ही है,कोई एक जीतेगा तो दूसरा हारेगा ही,लेकिन इतना ज़रूर कहूंगा कि हम सभी पत्रकार अहले सुबह से देर रात तक पत्रकारिता में ही व्यस्त रहा करते हैं,इस भागदौड़ में खेलने का माकूल वक्त का नहीं मिलना भी हम पत्रकारों के हारने का एक मूल कारण है,लेकिन इतना कह देने मात्र से ख़ुद को एक सिरे से कमज़ोर साबित कर देना भी उचित नहीं लग रहा है,इसलिए आज के खेल आयोजन के उपरांत हम सबों ने यह प्रण लिया है की रोज़ ना सही सप्ताह में एक दिन ही सही हमलोग खेलते हुए बेहतर अभ्यास करेंगें ताकि सवाल के साथ साथ खेल में भी हमलोग सामने वाले को हरा सकें..?