मंत्री ने किया तिलदाग व कुण्डी विद्युत उपकेन्द्र का उद्घाटन


आशुतोष रंजन
गढ़वा

गढ़वा जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत तिलदाग एवं कुण्डी ग्राम में नवनिर्मित विद्युत शक्ति उपकेन्द्र का बुधवार को उद्घाटन किया गया। गढ़वा विधायक सह झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने विधिवत पूजा अर्चना कर,नारियल फोड़कर व शिलापट्ट का अनावरण कर किया। इन दोनों विद्युत शक्ति उपकेन्द्र के बन जाने से पूरे गोवावल क्षेत्र में अनवरत् विद्युत आपूर्त्ति हो सकेगी। साथ ही फरठिया सब स्टेशन का भी लोड कम हो जाएगा।

अब गोवावल क्षेत्र को मिलेगी निर्बाध बिजली: – मौक़े पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि जिले के गांव-गांव में निर्बाध बिजली मिल सके इसके लिए वे लगातार प्रयासरत हैं। ओवरलोड एवं ब्रेकडाउन की समस्या से निजात दिलाने के लिए विभिन्न स्थानों पर विद्युत सब स्टेशन का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि झारखंड संपूर्ण बिजली अच्छादन योजना,चरण – 2 के तहत तिलदाग एवं कुण्डी गांव में क्रमश: चार करोड़ व साढ़े तीन करोड़ रुपए की लागत से 33/11केवी विद्युत शक्ति उपकेन्द्र का निर्माण कराया गया है। इसके प्रारंभ होने से 11 केवी लाईन की लंबाई कम हो जाएगी। फलस्वरूप किसी भी तरह का फॉल्ट होने पर उसे शीघ्र ठीक कर लिया जायेगा। वर्त्तमान में फरठिया सबस्टेशन से इन क्षेत्रों में विद्युत की आपूर्ति की जा रही थी। फिडर की लंबाई 30 किमी होने एवं फिडर को ओवरलोड रहने के कारण विद्युत् तार का टूटना तथा ब्रेक डाउन होने की आशंका हमेशा बनी रहती थी। अब सभी समस्या दूर होगी एवं निर्बाध बिजली पूर्ति की जा सकेगी। इसके साथ ही भविष्य में बढ़ते विद्युत् लोड के लिए नए फिडर का निर्माण करना आसान होगा। साथ ही ग्रामीणों की मांग के अनुसार पावर की उपलब्धता बढ़ेगी। इसके अलावे कृषकों के लिए नए कृषि फिडर का रास्ता आसान होगा। छोटे-छोटे उद्योगों एवं कृषि कार्य के लिए दोनों विद्युत शक्ति उपकेन्द्र वरदान साबित होंगे। मंत्री ने कहा कि उनके विशेष प्रयास से तथा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तत्परता से वर्ष 2020 में ही गढ़वा जिले में बिजली की समस्या दूर करने का उल्लेखनीय कार्य प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद कराया गया। यह गढ़वा जिले के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। पहले तो स्थिति यह थी कि गढ़वा जिला में बिजली है कि नहीं ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को पता ही नहीं चलता था। यह मेरे ही प्रयास का परिणाम है कि गढ़वा जिले में अब 20 से 22 घंटे तक बिजली मिल रही है। उन्होंने कहा कि गढ़वा जिला वर्षो से बिजली की कमी की समस्या से जूझता आ रहा है। बिजली की कमी किसी क्षेत्र के पिछड़े होने के प्रमुख कारणों में एक माना जाता है। विगत 70 वर्षों से गढ़वा सहित पूरे पलामू प्रमंडल को उपेक्षित रखा गया था। गढ़वा जिला उत्तर प्रदेश के रिहन्द और बिहार के सोननगर पर बिजली आपूर्ति के लिए निर्भर था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब भी गढ़वा सहित पलामू प्रमंडल के दौरे पर आते थे,बिजली की समस्या का स्वयं अनुभव करते थे। गढ़वा जिले की बिजली समस्या दूर करना उनकी एवं मेरी प्राथमिकता सूची में था। जिस दिन उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी,मैंने उन्हें बधाई देते हुए सर्वप्रथम गढ़वा जिले की बिजली समस्या दूर करने का आग्रह किया था। मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने राज्य में निःशुल्क बिजली योजना शुरू की है। जिसके तहत राज्य के गरीबों और किसानों को बिजली बिल के बोझ को कम करने के लिए हर महीने 100 यूनिट तक बिजली मुफ्त कर दी गई है। जो उपभोक्ता 100 यूनिट या उससे कम बिजली की खपत करते हैं, उन्हें किसी तरह का बिल नहीं देना होगा। कहा कि मैं एक मंत्री के रूप में नहीं बल्कि एक बेटा और एक भाई की तरह हमेशा आपके सुख दुख में आपके साथ हूं और आगे भी रहूंगा।