एक बार फिर सवालों के घेरे में गढ़वा का कस्तूरबा विद्यालय


आशुतोष रंजन
गढ़वा

मुझे शायद यहां बताने की ज़रूरत नहीं है की झारखंड के गढ़वा जिला में अवस्थित कई कस्तूरबा विद्यालय पिछले कई सालों से पढ़ाई से ज्यादा कई अन्य मामलों में चर्चा में रहा है,एक बार फिर से एक कस्तूरबा विद्यालय जहां एक ओर चर्चा में है तो वहीं सवालों के घेरे में आ गया है,कारण की उक्त विद्यालय में पढ़ने वाली एक छात्रा की मौत हो गई है,आख़िर उस मौत का कारण क्या है यह तो जांच का विषय है,आइए आपको बताते हैं वो कौन कस्तूरबा विद्यालय है जहां छात्रा की मौत हुई है।

आख़िर किस कारण हुई छात्रा की मौत: – जिले के कांडी प्रखंड मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के नौवीं क्लास की छात्रा किरण कुमारी की मौत गुरुवार को हो गई।इस संबंध में मृतका किरण की मां मोखापी गांव निवासी संगीता देवी द्वारा बताया गया की बेटी द्वारा गार्ड से फोन लगवा कर उसके माध्यम से बताया गया कि किरण का तबीयत काफी खराब है। उसके बाद मैं विद्यालय पहुंची तो वार्डन और गार्ड ने कहा कि इसे तुरंत ले जाइए,तो मैं बेटी को गांव लाई और एक डॉक्टर से दिखवाई,तो डॉक्टर द्वारा कहा गया की इसे जल्दी से अस्पताल ले जाइए,तो मैं उसे ऑटो के ज़रिए मझिआंव रेफरल अस्पताल लाई,जहां मौजूद डॉक्टर कविता कुमारी द्वारा मेरी बेटी को मृत घोषित कर दिया गया,डॉक्टर द्वारा बताया गया की किरण की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो चुकी थी,इसके बाद घटना के संबंध में मझिआंव थाना को सूचना दिया गया,सूचना पाते ही मौके पर थाना प्रभारी विवेक कुमार पंडित एवं एएसआई आलोक कुमार रेफरल अस्पताल पहुंचे और मृतका किरण कुमारी के संबंध में डॉक्टर एवं परिजनों से पूछताछ किया और जांच प्रक्रिया पूरी करते हुए शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु गढ़वा सदर अस्पताल भेज दिया।

विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही से गई जान: – इधर मौके पर मौजूद मृतका के चचेरे भाई सुनील कुमार रवि ने बताया कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कांडी द्वारा किरण की तबीयत खराब होने के बावत गुरुवार की सुबह जानकारी दी गई,उसके बाद किरण को घर होते हुए अस्पताल लाया गया,कहा कि विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही के कारण ही किरण की जान गई,उधर किरण की मां ने कहा की मेरी बेटी का आज तलक एक बार भी कभी तबियत ख़राब नहीं हुआ था,जार बेजार रोते हुए उसने कहा की अगर ऐसा इल्म होता की इस विद्यालय में भेजने के बाद बेटी का तबियत खराब हो जाएगा और उसकी जान चली जाएगी तो कभी हम पढ़ने नहीं भेजते,उसने बताया की वार्डन या किसी भी मैडम या अन्य लोगों द्वारा पहले कभी कुछ नहीं बताया गया था,यहां बता दें कि किरण के पिता रविन्द्र कुमार रवि सुदूर प्रदेश चेन्नई में रहकर मजदूरी का काम करते हैं,रविंद्र के तीन बेटी और एक बेटा है,जिसमें तीसरे स्थान पर किरण कुमारी थी।

तीन अन्य छात्राएं अभी भी हैं इलाजरत: – अभी भी तीन छात्राएं वर्ग नौ की पूजा,दुर्गा व वर्ग 10 की सरिता कांडी अस्पताल में भर्ती हैं,जिन्हें और दस्त की शिकायत है,इनकी तबियत कल सुबह में खराब हुई थी लेकिन इन्हें दो बजे दोपहर में अस्पताल लाया गया,जहां उनका इलाज़ चल रहा है,इससे पूर्व भी वर्ग 11 की पुष्पा व खुशबू कुमारी की तबियत खराब होने के बाद इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया था,कल लगभग दो दर्जन से अधिक छात्राओं को एक साथ इलाज के लिए कांडी अस्पताल भेजा गया था,जिन्हें कुछ दवा और ओआरएस का पॉउडर मिला,कस्तूरबा विद्यालय की कुछ छात्राओं ने बताया कि यहां पर स्कूल में बहुत कुछ ठीक नही है,भोजन भी मैन्यू के अनुसार नही मिलता,पानी भी सही नही है,पीने पर उसका स्वाद नमकीन और खराब लगता है,साथ ही तबियत खराब होने पर तुरंत इलाज भी नही कराया जाता।

जानिए डॉक्टरों ने क्या बताया: – कांडी अस्पताल के ऑन ड्यूटी डॉक्टर एस पी सिन्हा ने बताता की कल शाम में कस्तूरबा विद्यालय की छात्रा पुष्पा कुमारी इलाज के लिए आई थी जिसे बेहोशी की हालत में भर्ती किया गया था,उसे समय पर लाया जाता तो तो ऐसी हालत नही होती,सभी की हाइजेनिक व पानी की खराबी से तबियत खराब हो रही है।

समय पर कराया जाता है छात्राओं का इलाज़: – इस संबंध में कस्तूरबा विद्यालय की वार्डन चंद्रावती सिंह ने बताया कि छात्राओं की तबीयत जैसे ही खराब होती है तो उनका अस्पताल में तत्काल इलाज़ कराया जाता है,उधर किरण के विषय में कहा की उसकी तबीयत कब खराब हुई इसके बारे में हमें जानकारी नहीं मिली।

होगी मौत की जांच: – इधर इस संबंध में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी विद्यासागर मेहता ने कहा कि छात्रा की मौत कैसे हुई इस संबंध में जांच शुरू कर दी गई है,जांच के बाद ही कुछ बताया जा सकता है।

उपायुक्त ने दिया त्वरित जांच का निर्देश: – इधर जब इस बावत जानकारी उपायुक्त शेखर जमुआर को हुई तो उनके द्वारा मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल सदर एसडीओ राज महेश्वरम एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी को विद्यालय पहुंच मामले की त्वरित जांच करने का निर्देश दिया,उक्त निर्देश के आलोक में आज दोनो पदाधिकारी विद्यालय पहुंच मामले की विस्तृत जांच करेंगें।

पिछले कई मामलों की तरह इस मामले में भी जांच होगी,हो सकता है कार्रवाई भी हो,लेकिन क्या इतना भर से विद्यालय के हालात में सुधार हो पाएगा,क्या फिर ऐसी घटना की पुनरावृति नहीं होगी यह एक बड़ा सवाल है जो कल भी ना ज़वाब था और शायद आगे भी अनुतरित ही रहेगा।