विकास के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है गढ़वा : मंत्री मिथिलेश


आशुतोष रंजन
गढ़वा

गढ़वा में लगभग 4 करोड़ रुपए की लागत से दो पुल का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ग्राम सेतु योजना के तहत झारखंड सरकार ग्रामीण कार्य विभाग ने इसके निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर दी है। जिले के सदर प्रखंड गढ़वा एवं रंका प्रखंड में इन पुलों का निर्माण किया जाएगा।

विकास के पथ पर ऐसे आगे बढ़ रहा है गढ़वा: – जानकारी देते हुए गढ़वा विधायक सह झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने बताया कि गढ़वा सदर प्रखंड के ग्राम चिरौंजिया में सरस्वती नदी पर क्षतिग्रस्त पुल का नवनिर्माण किया जाएगा। इसका निर्माण दो करोड़ 15 लाख,88 हजार 900 रुपए की लागत से किया जाएगा। जबकि रंका प्रखंड के चुटिया पंचायत में स्थित पुराना पानी टोला में कोरवा धियार नाला पर एक करोड़ 83 लाख,72 हजार एक सौ रुपए की लागत से नए पुल का निर्माण कराया जाएगा। मंत्री ने बताया कि चिरौंजिया में पुल काफी क्षतिग्रस्त हो गया था। इस कारण लोगों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही थी। जबकि रंका के चुटिया में उक्त नाला पर पुल अति आवश्यक था। इन दोनों पुलों का निर्माण जनहित में प्राथमिकता के आधार पर कराया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि गढ़वा विकास के पथ पर निरंतर आगे बढ़ रहा है। प्रतिदिन गढ़वा के लिए कोई न कोई नई विकास योजना की स्वीकृति मिल रही है। साथ ही काफी तेजी से काम भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब से गढ़वा की जनता ने उन्हें अपना सेवक चुना है,तब से वो लगातार एक ही मिशन में लगे हुए हैं कि कैसे अधिक से अधिक गढ़वा का विकास हो सके। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने से पूर्व ही क्षेत्र भ्रमण के दौरान पूरे गढ़वा की स्थिति की तस्वीर उनके जेहन में बैठ गई है। वे गढ़वा को दुर्दशा भरी स्थिति से बाहर निकालने के लिए दिन-रात ईमानदारी पूर्वक प्रयासरत हैं। यही कारण है कि मात्र चार वर्षों के अंदर पूरी तरह से गढ़वा की तस्वीर बदल गई है। आने वाले समय में गढ़वा दुर्दशा की दंश झेलता हुआ नजर नहीं आएगा। बल्कि बिल्कुल नया एवं विकसित गढ़वा सबके सामने होगा। पहले बाहर के लोग यहां की स्थिति के कारण गढवा आना नहीं चाहते थे। परंतु अब लोग यहां की बेहतरी देखने के लिए गढ़वा आएंगे। उन्होंने कहा कि गांव-गांव में सड़कों की काफी बेहतर कनेक्टिविटी हो गई है। जिससे अब यहां के सुदूर क्षेत्रों में स्थित पर्यटन स्थलों का भी विकास होगा और बाहरी पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी। बहुत जल्दी गढ़वा विकास के शिखर पर खड़ा होगा।