दिव्यांग छोटन के लिए हर जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर दिए गए भरोसे की हर तरफ हो रही प्रशंसा
दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा
सदर अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार रविवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट पर संज्ञान लेकर एक दिव्यांग व्यक्ति के घर पहुंचे। वहां जाकर उन्होंने उस व्यक्ति से समस्यायें जानीं और निराकरण के लिए आवश्यक पहल करने का भरोसा दिया। इसके अलावा वहां के दर्जनों स्थानीय नागरिकों से भी गांव की समस्याओं को जाना। दर असल रविवार को संजय कुमार ने सोशल साइट ट्विटर (एक्स) पर कांडी प्रखंड के डुमरसोता गांव निवासी 35 वर्षीय दिव्यांग छोटन पासवान की समस्या के बारे में पढ़ा तो अपने अनुमंडल क्षेत्र का मामला होने के चलते उन्होंने इस पर त्वरित संज्ञान लिया। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से संबंधित युवक का संपर्क सूत्र प्राप्त किया तथा पता पूछते हुए वे रविवारीय अवकाश होने के बावजूद मुख्यालय से 50 किमी दूर डुमरसोता गांव में छोटन के घर पहुंच गए। दोपहर में जब वे वहां पहुंचे तो उन्हें वास्तव में दिव्यांग छोटन पासवान की दयनीय स्थिति देखने को मिली। छोटन ने बताया कि वे अपनी दिव्यांगता को आड़े नहीं आने देते हैं। इसलिए वे मेहनत करते हुए पंचर की दुकान चला कर अपना जीवकोपार्जन कर रहे हैं। किंतु फिर भी उन्हें जीवन यापन करने में कई व्यवहारिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आवास, राशन कार्ड, बैटरी चालित ट्राई साइकिल, हैंड पंप आदि की मांग की। उन्होंने बताया कि उनके पास वोटर कार्ड तथा आधार कार्ड है। उन्हें दिव्यांगता पेंशन भी मिल रही है। किंतु चार सदस्यीय परिवार का पालन पोषण करने में उन्हें कठिनाई हो रही है। साथ ही आशियाने को लेकर के भी वे चिंतित हैं। उन्होंने बताया कि उनकी मां, पत्नी और एक बेटा उनके साथ रहते हैं। उनके पास अपनी जमीन है। किंतु मकान के नाम पर उनके पास सिर्फ एक झोंपड़ी है। इस पर संजय कुमार ने कहा कि वह उनकी पात्रता के अनुरूप सरकार द्वारा संचालित सभी कल्याणकारी योजनाओं से आच्छादित करवाने हेतु संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित करेंगे।

“एसडीएम देहरी पर आ गए, मेरी समस्याएं हल हो गईं” : जब स्थानीय युवकों ने छोटन पासवान से कहा कि एसडीएम के समक्ष अपनी जो जो समस्याएं हैं खुलकर रखें। ऐसा मौका बार-बार नहीं आता। इस पर छोटन ने पूरी संतुष्टि के भाव के साथ कहा कि एसडीएम खुद उनकी देहरी पर आ गए हैं तो मानो उनकी सारी समस्याएं ही हल हो गई हैं। उन्हें इतनी खुशी हो रही है कि अब उन्हें कोई समस्या ही नहीं सूझ रही। संजय कुमार ने वहां मौजूद सभी स्थानीय नागरिकों एवं छोटन पासवान को भरोसा दिलाया कि वे उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए गंभीरता से पहल करेंगे। जब उनका घर बन जाएगा तब उनके घर मिठाई लेकर आएंगे। इस दौरान शशांक शेखर द्विवेदी, साजिद शैम, शिवपूजन विश्वकर्मा, मणिकांत गुप्ता आदि सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद थे।