1 अक्टूबर 2025 से 31 दिसंबर 2025 तक पूरे भारतवर्ष में किया जा रहा है शिविर का आयोजन
निष्क्रिय वित्तीय संपत्तियों (Unclaimed Financial Assets) को संबंधित व्यक्तियों तक पहुंचाने की अपील- उपायुक्त
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दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा
गढ़वा : Department of Financial Services (DFS) के निर्देशानुसार स्थानीय उत्सव गार्डन, कचहरी रोड, गढ़वा में जिला अग्रणी बैंक के द्वारा एक अनक्लेम्ड डिपॉज़िट शिविर का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ उपायुक्त गढ़वा दिनेश यादव द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया I इस अवसर पर गढ़वा जिला के सभी शाखा प्रबंधक उपस्थित थें।
यह कार्यक्रम आरबीआई के द्वारा 1 अक्टूबर 2025 से 31 दिसम्बर 2025 तक पूरे भारत वर्ष में आयोजित किया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य वैसे खातों का भुगतान करना एवं लाभूक को खोजना जिनका खाता 10 वर्षों से अधिक बिना लेन देन के पड़े हुए हैं I गढ़वा जिलान्तर्गत 38269 खातों में कुल 22.89 करोड़ रूपये की राशि को चिन्हित किया गया है, जिसे लाभुकों तक पहुंचाना है।
कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए उपायुक्त दिनेश यादव ने कहा कि “आपकी पूंजी आपका अधिकार” भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक राष्ट्रव्यापी अभियान है, जिसका उद्देश्य नागरिकों को उनकी भूली हुई या निष्क्रिय वित्तीय संपत्तियों (Unclaimed Financial Assets) जैसे बैंक जमा, बीमा दावे, शेयर और म्यूचुअल फंड को वापस पाने में मदद करना है, जिसमें लोगों को जागरूक किया जाता है कि वे अपनी “सोई हुई” पूंजी (लाखों-करोड़ों रुपये) को कैसे ढूंढें और क्लेम करें, ताकि वित्तीय सशक्तिकरण हो सके। इन शिविरों के माध्यम से लोगों को बताना है कि उनके निष्क्रिय खाते, बीमा पॉलिसियां, डिविडेंड या पेंशन के पैसे कहां फंसे हैं। उन्होंने डिजिटल लेनदेन के दौरान होने वाले साइबर फ्रॉड के बारे में भी बताया एवं लोगों को सतर्क रहने की बात कही। लोगों से इस संबंध में ज्यादा से ज्यादा व्यापक प्रचार प्रसार करने की अपील की। कार्यक्रम के दौरान मौके पर ही कुल 18 लोगों के बीच अनक्लेमड डिपॉजिट अमाउंट से संबंधित प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
कार्यक्रम में उक्त पदाधिकारियों के अतिरिक्त एलडीएम सत्यदेव कुमार रंजन, डीडीएम नाबार्ड, डी.टी. लुगुण, मुख्य प्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक (DVAS) डाल्टनगंज, इमेनुअल तिग्गा एवं राजा सिंह उपस्थित थें, जिनके द्वारा भी निष्क्रिय खातों को जल्द से जल्द लाभुक को खोज कर उन्हें भुगतान करने पर बल दिया गया। कार्यक्रम के अंत में अग्रणी बैंक प्रबंधक ने कार्यक्रम में शामिल सभी ग्राहकों एवं बैंकों के शाखा प्रबंधकों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में अधिक से अधिक खातों के निष्पादन पर बल दिया।







