उसके पास कर्मचारियों के वेतन व असहायों के पेंशन तक के पैसे नहीं
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दिवंगत आशुतोष रंजन
प्रियरंजन सिन्हा
बिंदास न्यूज, गढ़वा
गढ़वा : भाजपा जिला मीडिया प्रभारी रितेश चौबे ने झामुमो सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि झारखंड के इतिहास में हेमंत सोरेन पहले ऐसे मुख्यमंत्री बने हैं जिसके कार्यकाल में किसी विभाग में फंड नहीं है। स्कूली बच्चों को स्वेटर नहीं मिला। गरीब बुजुर्ग के बीच कंबल का वितरण भी अबतक नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों का वेतन, भेंडर ठेकेदार का काम किया हुआ पैसा तक नहीं मिल रहा है। अधिकारी पदाधिकारी फंड का रोना रो कर सरकार को ही कोस रहे हैं। आखिर झारखंड की ऐसी स्थिति कैसे हुई। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में झारखंड दिवालिया हो चुका है। व्यवसायी से लेकर कर्मचारी तक त्राहिमाम कर रहे हैं। गरीब को वृद्धावस्था, विधवा व विकलांग पेंशन तक नहीं मिल रहा है। वैसे लाचार कमजोर लोगों का जीवन यापन पर भी सरकार का कोई ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि आखिर झारखंड का पैसा कहां है? सत्ता में बैठे हेमंत सरकार के मंत्री खुद खुले तौर पर स्वीकार कर रहें हैं कि सरकार के पास पैसा नहीं है। फिर जनता की चिंता कौन करेगा? हेमंत सरकार में स्वास्थ्य से लेकर शिक्षा व्यवस्था तक चौपट हो चुकी है। उन्होंने कहा कि झामुमो सरकार में बैठे मंत्री मुख्यमंत्री अपनी झोली भरने में लगे हुए हैं। हेमंत सरकार ने जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया है। मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर झारखंड के हित में तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में अगर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो भाजपा सड़क से सदन तक जनता के साथ आंदोलन को बाध्य होगी।







