छत्तीसगढ़ की महिला का झारखंड के गढ़वा में मिला था शव
आशुतोष रंजन
गढ़वा
किसी भी हत्याकांड का खुलासा जब पुलिस द्वारा किया जाता है तो कई बार ऐसा सुनने में आता है कि उसके दोस्त की या उसके परिवार के किसी सदस्य की हत्या हुई थी इसलिए उसके द्वारा आरोपी की हत्या कर बदला लिया गया,लेकिन आज झारखंड के गढ़वा पुलिस द्वारा एक हत्याकांड का जब खुलासा किया गया तो यह परिलक्षित हुआ कि मृतिका के भाई द्वारा अपने नाम के अनुरूप नहीं बल्कि कानून पर भरोसा जताते हुए न्याय पाया गया,क्या है पूरा मामला आइए आपको इस ख़ास ख़बर के ज़रिए बताते हैं।
छत्तीसगढ़ की महिला का गढ़वा में मिला था शव : – आपको बताएं कि सरगुजा की एक महिला रीना की शादी बलरामपुर में गुरुचंद मंडल से होती है,शादी के कुछ माह तक तो वैवाहिक जीवन ठीक से गुजरता है लेकिन उसके बाद रीना को उसके पति के साथ साथ ससुराल वालों द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगता है,आपस में बातचीत कर सुलझाने का प्रयास किया जाता है लेकिन सुलझने की जगह विवाद और उलझ जाता है,बात यहां तक बढ़ जाती है कि उसके ससुराल वाले अपने एक अन्य रिश्तेदार रमेश मंडल के साथ मिल कर एक खतरनाक साज़िश रचते हैं और उसे अंज़ाम देने के लिए 29 सितंबर का दिन मुकर्रर करते हैं,जिस रोज़ रीना को एक गाड़ी से ले कर सभी झारखंड की ओर चलते हैं,जहां रास्ते में रीना की बात उसके पति से कराई जाती है जिसमें उससे कहलाया जाता है कि वो दूर जा रही है आप चिंता नहीं करेंगे,उस बातचीत को बजाप्ते रिकॉर्ड भी किया जाता है,जब गाड़ी झारखंड के गढ़वा जिला में पहुंचती है तो सभी के द्वारा मिल कर रीना की हत्या कर दी जाती है,हत्या के बाद सभी कोई ऐसा महफूज़ जगह की तलाश शुरू करते हैं जहां उसके शव को ठिकाना लगाया जाए,वो लोग चाहते तो रास्ते के जंगल में भी शव को ठिकाने लगा सकते थे लेकिन उनके द्वारा नदी को माकूल समझा गया तो वो चलते हुए रेहला पुल पर पहुंचे जहां ग्यारह नंबर पीलर पास पहुंच शव को पुल से नीचे कोयल नदी में फेंक कर सभी फरार हो गए,सुबह होने पर पुलिस को सूचना मिली तो उक्त नदी में पहुंच गढ़वा पुलिस द्वारा शव की बरामदगी की गई,शव बरामद किए जाने के उपरांत मामला दर्ज़ करते हुए अनुसंधान शुरू किया जाता है।
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भाई का नाम बदला ज़रूर था पर उसने ख़ुद से नहीं लिया इंतक़ाम : – मृतिका रीना के भाई का नाम बदला गिरी था पर उसके द्वारा ख़ुद से बहन की हत्या का इंतक़ाम की सोच मन में बलवती ना करते हुए कानून का सहारा लिया गया और जहां एक तरफ़ पूर्व में ससुराल वालों के विरुद्ध बहन का अपहरण कर हत्या कर दिए जाने का मामला बलरामपुर थाना में दर्ज़ कराया गया तो वहीं दूसरी ओर उसका शव मिल जाने के बाद गढ़वा पहुंच उसकी पहचान करते हुए यहां शहर थाना में भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई,इधर शव मिलने के बाद एसपी दीपक पांडेय द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी नीरज कुमार के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम अनुसंधान कर ही रही थी,साथ ही आपको बताएं कि जब बलरामपुर पुलिस द्वारा रीना के पति गुरुचंद मंडल को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया तो उसके द्वारा थाना हाजत में ही आत्महत्या कर लिया गया,इधर गढ़वा पुलिस द्वारा भी मामले का सफ़ल अनुसंधान किया गया और उक्त हत्याकांड में शामिल चार लोगों को गिरफ़्तार कर हत्या का खुलासा किया गया,जहां अधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि रीना के पति के साथ साथ उसके ससुराल वालों द्वारा उसकी हत्या की गई थी,जिसका पुलिस टीम द्वारा सफ़ल अनुसंधान करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया गया।