क्या नहीं सुलझेगी गुत्थी,मुखिया के आत्महत्या की..?
आशुतोष रंजन
गढ़वा
आपने कल विधायक की शवयात्रा निकाली,फ़िर उनके पुतले को जलाते हुए जमकर अपनी भड़ास निकाली,आपका आक्रोश मात्र एक बात को ले कर है कि गढ़वा विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी द्वारा सदन में अपनी बात रखने के क्रम में रंका मुखिया द्वारा आत्महत्या किए जाने का कारण बताते हुए पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर को कसूरवार ठहराया गया,उनके द्वारा कहा गया कि गुजरे चुनाव में मुखिया पति को पच्चीस लाख रुपया वोट दिलाने के एवज में दिया गया था,लेकिन हार जाने के बाद उस पैसे की मांग की जा रही है,अब एकाएक इतनी बड़ी राशि वापस नहीं कर पाने की स्थिति में मुखिया अपने पति की मानसिक हालात को बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसके द्वारा आत्महत्या कर ली गई,अब विधायक का सदन में इतना बोलना था कि यहां गढ़वा में जेएमएम कुनबा पूरी तरह विफर उठा,आक्रोश व्यक्त करने के लिहाज़ से नेताओं द्वारा सत्येंद्र नाथ तिवारी का पुतला जलाया गया,साथ ही मीडिया के ज़रिए उनसे सवाल किया गया कि इस बात का उनके पास क्या प्रमाण है कि इतनी बड़ी राशि दी गई थी और अब उसे मांगी जा रही है,जिस कारण ही मुखिया द्वारा आत्महत्या की गई,वो प्रमाण दें तो पूरा क्षेत्र मिथिलेश ठाकुर का बहिष्कार करेगा,और अगर सबूत नहीं देते हैं तो वो अपने इस बात के लिए माफ़ी मांगे और फ़िर लोग उनका बहिष्कार करेंगे।
तिवारी जी का कहना ग़लत है तो सही बात क्या है : – ठीक है हम भी इसे प्रथम दृष्टया सही नहीं मान रहे हैं,हो सकता है बोलते बोलते अपने चिर परिचित अंदाज़ में विधायक द्वारा ऐसा बोल दिया गया जो आपको यानी आप जेएमएम परिवार को बहुत नागवार गुज़र रहा है,आप सीधे रूप में यह कह रहे हैं कि विधायक द्वारा भरे सदन में गलत बात बोला गया,चलिए उसे हम भी ग़लत मान लेते हैं,लेकिन सही क्या है,आत्महत्या का सच क्या है उसे तो ज़ाहिर कर दीजिए,आप आक्रोश व्यक्त करते हुए एक तरफ़ यह स्पष्ट करना चाह रहे हैं कि पैसे वाली बात सिरे से ग़लत है,ना तो ऐसा हुआ है और ना ही इस कारण मुखिया द्वारा जान दी गई है,तो ठीक है लेकिन सवाल उठना तो लाज़िमी है न कि आत्महत्या का जो कारण तिवारी जी बता रहे हैं वो अगर ग़लत है तो आख़िर जाने देने की सच्ची वज़ह क्या है..?