क्या संतोष काम करे तो भी ख़राब.?


आशुतोष रंजन
गढ़वा

बेशक यह सोचने वाली बात है की अगर कोई काम ना हो तो कुछ कहना वाजिब है,लेकिन बेहतर विकासीय काम होने के बाद भी आख़िर गाली क्यों,हम बात गढ़वा नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि संतोष केशरी की कर रहे हैं,जिनके विषय में अक्सर किसी की ज़ुबानी सुनी तो कभी सोशल मीडिया पर भी असंसदीय भाषा को पढ़ा भी,सवाल उठता है की क्या एक दो बार हो सकता है,लेकिन हर बार तो संतोष केशरी की गलती हो नहीं सकती,तो भला फिर क्यों उन्हें इंगित करते हुए अपशब्द कहा और लिखा जाता है,अब आज की हम बात करें तो केवल ख़ुद ही नहीं बल्कि अपने अभिन्न मित्रों के साथ उन्हें अपशब्द सुनना पड़ा,यहां तक कि बात इस हद तक बढ़ा की मामला थाने तक जा पहुंचा,आख़िर पूरा माजरा क्या है,आइए आपको बताते हैं।

संतोष केशरी को किसने दी गाली.?: – आपको बताएं क्या आप अगर जिला मुख्यालय से ताल्लुक रखते हैं तो नज़र कर ही रहे हैं की नगर परिषद क्षेत्र के सभी वार्ड में नाली का निर्माण कराया जा रहा है,लगभग कई वार्डों में निर्माण बिना किसी विघ्न के पूरा भी हो गया और कई में अभी योजना निर्माणाधीन है,ऐसा ही एक नाली का निर्माण रंका मोड़ पेट्रोल पंप से सरस्वती चिकित्सालय होते हुए नदी के किनारे तक किया जा रहा है,बहुत हद तक काम हो भी गया है,ऐसे में आज निर्माण को ले कर कुछ परेशानी आई जिसे सुलझा भी लिया गया,उसी उलझन को सुलझाने के दरम्यान वहां मौजूद संतोष केशरी से उसी मोहल्ला निवासी भुटकुन केशरी द्वारा कहा गया की उक्त नाली मेरे ज़मीन पर बनी है,इसलिए इसे दूसरे तरफ़ से ले जाइए,उधर संतोष केशरी द्वारा कहा गया की जब सालों पहले निर्माण हो चुका है,सरकारी राशि का उपयोग हो चुका है तो क्या कल सही था और आज गलत हो गया,फिर भी नहीं माने जाने के बाद संतोष ने कहा की यह बहस का विषय नहीं है सरकारी अमीन से मापी करा कर स्पष्ट कर लिया जाएगा,लेकिन इसी बीच बात बढ़ी और हाथापाई की नौबत आ गई,पर दिव्यप्रकाश केशरी द्वारा बीच बचाव करते हुए मामले को शांत करा लिया गया,सभी लोग वहां से अपने अपने घर को लौट आए,संतोष केशरी ने बताया की उसके बाद फिर भुटकून केशरी सूर्योदय शॉपी पहुंचे जहां उनके द्वारा दिव्यप्रकाश और रवि केशरी को संतोष केशरी का दलाल कहते हुए अपशब्द कहा गया,उधर इसी मामले को ले कर भुटकुन केशरी के विरुद्ध थाने में आवेदन दिया गया,तो दूसरी ओर भुटकुन केशरी द्वारा भी चार लोगों संतोष केशरी,दिव्यप्रकाश केशरी,उमेश कश्यप और नंदन केशरी के विरुद्ध थाने में आवेदन दिया गया की इनलोगों के द्वारा मेरे साथ जहां एक ओर मारपीट की गई वहीं मेरे गले से सोने का चैन और पॉकेट से दस हज़ार रुपए निकाल लिया गया,पुलिस दोनो आवेदन के आधार पर मामले की पड़ताल में जुट गई है।