कब्रिस्तान के पास पूर्व विधायक का नहीं हैं कोई जमीन: विवेकानंद


आशुतोष रंजन
गढ़वा

आप अगर गढ़वा में रहते हैं या बाहर रहते हुए भी इस जिले से ताल्लुक रखते हैं तो वर्तमान गुजरते वक्त में ज्वलंत हुए एक मुद्दे से ज़रूर वाक़िफ होंगें,वो विषय है कब्रिस्तान का,आपको बताएं की अचला नावाडीह गांव के कब्रिस्तान को महफूज़ रखते हुए बाईपास सड़क निर्माण कराने को ले कर की जा रही मांग जहां सैकड़ो की संख्या में गोलबंद हो कर लोग करने लगे हैं तो वहीं दूसरी ओर इस मसले को ले कर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा है,जहां वर्तमान सत्तापक्ष तत्कालीन सत्तापक्ष और आज के विपक्ष को दोषी ठहराते हुए पूर्व विधायक को इस मामले को तूल देने वाला बता रहा है,तो वहीं विपक्ष यानी भाजपा नेता सत्तापक्ष पर पलटवार करते हुए ज़ुबानी हमलावर भी हो रहे हैं।

अफ़वाह फैला रहे हैं JMM के लोग: – सत्तापक्ष पर हमलावर होते हुए भाजपा जिला मीडिया प्रभारी विवेकानंद तिवारी ने कहा की अचला-नावाडीह कब्रिस्तान के पास पूर्व विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी का कोई जमीन नहीं हैं। झामुमो के लोग मंत्री मिथिलेश ठाकुर के नाकामी को छिपाने के लिए इस तरह का भ्रम फैला रहे हैं कि वहां पूर्व विधायक का जमीन हैं,उसे बचाने के लिए कब्रिस्तान के रास्ते बाइपास सड़क बनेगा।उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर कब्रिस्तान के पास पूर्व विधायक का जमीन है तो झामुमो के लोग साबित करें। वहां पर पूर्व विधायक का जमीन साबित हो जाने के बाद उसी जमीन पर होते हुए बाइपास सड़क का निर्माण कराया जाए। ताकि कब्रिस्तान को क्षतिग्रस्त होने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि झामुमो के लोग मंत्री और संवेदक में हुए साठगांठ को छिपाने के लिए इस तरह का अफवाह फैला रहे हैं।उन्होंने कहा कि मंत्री को अगर कब्रिस्तान बचाने की इतना ही चिंता हैं और राज्य सरकार के पास फंड की कमी हैं,तो मंत्री अपने निजी कोष से कब्रिस्तान के पास क्यों नहीं फ्लाईओवर का निर्माण करा दे रहे हैं.?,इस मामले में मंत्री और झामुमो कार्यकर्ताओं की पूरी तरह पोल खुल चुकी है।अब गांव-गांव में आम चर्चा शुरू हो चुका है कि बाइपास निर्माण कार्य के संवेदक और मंत्री में साठगांठ हो चुका है,इसी कारण से वहां पर पहले के नक्शे को हटाकर कब्रिस्तान होते हुए सड़क बनाने का प्लानिंग किया गया है ताकि ठेकेदार कम लागत में ही सड़क निर्माण करा सके।उन्होंने कहा कि मंत्री कई अवसरों पर अपने निजी फंड का हवाला देकर विकास का ढिंढोरा पीटते हैं।इस कब्रिस्तान को बचाने के लिए आखिर मंत्री अपना निजी फंड का उपयोग क्यों नहीं कर रहे हैं ?,उन्होंने कहा कि मंत्री अपने निजी फंड से फ्लाई ओवर बनवाने की शुरुआत कराएं।उस कार्य में पूर्व विधायक भी अपनी ओर से आर्थिक सहयोग करेंगे ताकि कब्रिस्तान को बचाया जा सके।