अब बैटिंग करेंगें हम,क्योंकि आप में नहीं रहा दमखम: बिकास


आशुतोष रंजन
गढ़वा

अभी भले मैं फिल्डिंग कर रहा हूं लेकिन जब बैटिंग करूंगा तो चौका मैं ही लगाऊंगा,उक्त बातें युवा समाजसेवी सह विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र से भावी प्रत्याशी बिकास दुबे ने कही,ऐसा उन्होंने किस संदर्भ में कहा,आइए आपको बताते हैं।

चोका से लगाऊंगा विकास का चौका: – जैसा की मैं जब भी उनके बावत कोई ख़बर लिखता या बोलता हूं तो एक बात का उल्लेख ज़रूर करता हूं की जहां एक ओर क्षेत्र के लोग उनसे मिलने उनके घर पहुंच अपनी समस्या से उन्हें अवगत करा रहे हैं,तो वहीं दूसरी ओर वो प्रतिरोज़ कई गांव में पहुंच ख़ुद से हालात को नज़र करने के साथ साथ लोगों से बात भी कर रहे हैं,तभी तो बदहाल हालात को देख वो व्यथित हो रहे हैं,और सोचने के साथ साथ बोल भी रहे हैं की क्या इतने सालों के बाद भी हमारे क्षेत्र को ऐसा ही रहना चाहिए था,आख़िर क्यों वर्तमान से ले कर पूर्व के जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र का विकास करने के बजाए अपना विकास किया.?,जिसका जवाब जहां अब तलक अनुतरित है वहीं अगर प्रतिनिधित्व वैसे लोगों के हाथो में रहा तो आगे भी ना जवाब ही रहेगा,क्योंकि उनके पास ना तो नेक नियत ही है और ना तो उनके द्वारा कभी ईमानदार प्रयास ही किया गया,खैर ये सब बातें तो हो ही रही हैं मैं विषय पर आता हूं की बिकास दुबे ने चौका लगाने की बात किस संदर्भ में कही तो आपको बताऊं की वर्तमान गुजरते वक्त में ग्रामीण युवा भी गांव में खेल प्रतियोगिता का आयोजन कर रहे हैं ताकि खेल को बढ़ावा दिया जा सके,उनके उस हौसले को तब परवाज़ मिल रहा है जब उक्त आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में बिकास दुबे पहुंच रहे हैं,जहां एक तरफ़ उनके द्वारा प्रतियोगिता की शुरुआत की जा रही है,वहीं खेल के साथ साथ युवा खिलाड़ियों के अंदर छुपी खेल प्रतिभा निखर सके इस लिहाज़ से उन्हें मदद भी दी जा रही है,यहां बताएं की क्षेत्र के कई गांव में आयोजित होने वाले खेल प्रतियोगिता में उनके द्वारा शिरकत किया गया,ऐसे ही एक क्रिकेट प्रतियोगिता की शुरुआत के मौक़े पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उनके द्वारा कहा गया की वो भी एक खिलाड़ी रहे हैं,और एक खिलाड़ी होने के कारण उन्हें अहसास है की गांव में रह कर खेल सामग्री जुटा कर खेल पाना कितना मुश्किल होता है,ऐसे हालत में क्षेत्र के युवाओं को वो खेल सामग्री की कमी नहीं होने देंगें,क्योंकि खेल को बढ़ावा देने और युवाओं के अंदर समाहित खेल हुनर को निखारने को ले कर वो पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं,उधर उसी संबोधन में उन्होंने वर्तमान के साथ साथ पूर्व के जनप्रतिनिधियों को खेल अंदाज़ में ही कहा की जहां एक ओर अब आपकी पारी ख़त्म हो चुकी वहीं अब बल्ला संभालने लायक दमखम भी आप में नहीं रहा इसलिए अब मैदान छोड़ देना ही आपके लिए उचित है,क्योंकि युवाओं के तेज़ रफ़्तार बॉलिंग से बोल्ड हो कर पैवेलियन में लौटने से बढ़िया है की अब आप राजनीतिक खेल से सन्यास ले लें,क्योंकि अब क्षेत्र के लोगों ने नया कप्तान चुनने का मन बना लिया है,और वो कप्तान ऐसा है जिसे मैदान के साथ साथ पिच की भी बेहतर समझ है,तभी तो वो अभी फिल्डिंग करते हुए शरीर को गर्म कर रहा है,और जब आने वाले वक्त में बैटिंग करेगा तो ऐसा स्कोर खड़ा करेगा जिसे पार कर पाना आपके लिए संभव नहीं होगा,इसलिए पूरी पारी हारने से बेहतर है आपका खेलना छोड़ देना,उधर उनके एक एक अल्फाज़ का तालियों से स्वागत करने वाले लोग तब और उत्साहित हुए जब संबोधन के अंत में बिकास दुबे ने कहा की चोका से लगाऊंगा बिकास का चौका।