क्या साज़िश के तहत अंजाम दिए जा रहे लव जिहाद के मामले.?


आशुतोष रंजन
गढ़वा

एक वक्त था जब किसी दूर शहर,नगर और महानगर से लव जिहाद के मामले सुनने में आते थे,पर अब तो अपने छोटे शहर में भी ऐसे मामले सुने और देखे जाने लगे,ताज़ा वाक्या गढ़वा का है जहां देर रात आदर्श होटल से एक मुसलमान युवक को हिंदू युवती के साथ पकड़ा गया,पुलिस द्वारा जब उनके बैग की तलाशी ली गई तो पुलिस के साथ साथ वहां मौजूद लोग भी हतप्रभ रह गए,क्योंकि युवक के बैग से अन्य कई आपत्तिजनक सामानों के साथ साथ विभिन्न मोबाइल कंपनी के दर्जनों सिमकार्ड बरामद हुआ,साथ ही दूसरे भाषा का हिंदी अनुवाद किया हुआ भी पाया गया,इसके अलावे कागज़ पर लिखे हुए कई मोबाइल नंबर भी मिले।

हमने क्यों लिखा लव जिहाद: – इस ख़बर का सबहेडिंग पढ़ कर आप ज़रूर जानना चाह रहे होंगें की आख़िर लव जिहाद कैसे तो मैं आपको बताऊं की अंबिकापुर निवासी शबीर खान नामक युवक द्वारा एक हिंदू युवती को अपने प्रेमजाल में फंसाया गया,जिसे वो अपना हिंदू नाम बताया,उसके चिकनी चुपड़ी बातों में आ कर उससे प्यार कर रही उक्त युवती कल के पहले तक उसे एक हिंदू युवक ही जानती रही,इन गुज़रे वक्त में उसके मुसलमान होने का उसे तनिक भी आभास नहीं हुआ,लेकिन जब वो उसे कल सुबह गढ़वा ले कर पहुंचा और होटल में रुका तो उस दरम्यान उसका भेद खुल गया की वो हिंदू नहीं एक मुसलमान युवक है,लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी,उसकी दुनिया लूट चुकी थी,वो उससे बहस करने लगी,पर इस बीच भी वो उसे उसी तरह बहलाने लगा जिस तरह बहलाते हुए वो उसे अपने प्रेमजाल में फंसाया था,इस बीच कुछ युवकों को जानकारी मिलती है की आदर्श होटल में युवक युवती द्वारा अनैतिक काम किया जा रहा है,उक्त जानकारी मिलते ही युवकों द्वारा पुलिस को जानकारी दी गई और उन दोनों को पकड़ कर थाना लाया गया।

अब घर जाना चाहती है सपना: – शबीर के प्रेम जाल में फंस कर प्यार के हसीन ख़्वाब देखते हुए अपना सबकुछ लूटा चुकी सपना अब घर जाना चाहती है,कल से पूर्व तक शबीर को हिंदू मानते हुए उसके बाहों में खो कर एक अलग ही दुनिया का ख़्वाब देखने वाली सपना की नींद जब गढ़वा के होटल में खुली तो उसे ऐसा आघात लगा जिसे सहन कर पाना उसके कौन कहे किसी लड़की के लिए संभव नहीं है,पूछे जाने पर वो कहती है की पहले तो प्यार और बाद में शादी की बात कहते हुए मुझे एक अलग ज़िंदगी का ख़्वाब दिखाने वाले युवक के बारे में जब हमने जाना की वो हिंदू नहीं मुसलमान है तो मेरे पैरों तले ज़मीन होने का अहसास होना ख़त्म हो गया,लेकिन तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी,अब सपना अपने घर जाना चाहती है,लेकिन मामला तो अब पुलिस के पास है,अब देखना यह होगा की इस मामले को पुलिस द्वारा किस रूप में हल किया जाता है..?