मौत का मार्ग है मानसिक रोग: डॉ राजीव


आशुतोष रंजन
गढ़वा

गढ़वा का क्लीनिक ऑन स्क्रीन जटिल रोगों के इलाज के लिए वरदान साबित होने लगा है। 11 जून को मानसिक रोग और चर्म रोग का इलाज सम्बंधित रोग के विशेषज्ञ करेंगे। सीआईपी रांची के प्रसिद्ध न्यूरो मनोरोग चिकित्सक डॉ राजीव रंजन और रिम्स से अनुभव प्राप्त प्रसिद्ध चर्म-कुष्ठ रोग विशषज्ञ डॉ मीनू श्री रोगियों का इलाज करेंगी। मनोरोग विशेषज्ञ डॉ राजीव रंजन ने कहा कि मानसिक रोग का समय से इलाज नहीं किया गया तो वह व्यक्ति को मौत के मुहाने पर खड़ा कर देता है, जहां से उसे वापस लाना कठिन हो जाता है। उन्होंने बताया कि खुद को नुकसान पहुंचाना, आंखों से आंखे कम मिलना, उन्मादी हो जाना, शब्दों और गतिविधियों को बेमतलब दोहराना, चिड़चिड़ापन, बिना सोचे समझे जल्दी से काम करना, बेचैनी से शरीर हिलाना, दिमाग का कम काम करना, सोचने की क्षमता कमजोर होना, याददाश्त जाना, सामान्य चीजों को न पहचान पाना, सन्देह करना, आनन्द न आना, इनके प्रमुख लक्षण हैं। नींद, भूख, ऊर्जा, एकाग्रता, व्यवहार, आत्म सम्मान में परिवर्तन आना भी इस रोग के लक्षण हैं। डॉ ने कहा कि मानसिक रोग को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। बशर्ते लोग इसे शर्मिंदगी से जोड़कर न देखें और उक्त लक्षण दिखते ही अविलम्ब डॉक्टर से सम्पर्क कर लें। गढ़वा जैसे सुदूरवर्ती क्षेत्र में क्लिनिक ऑन स्क्रीन ऐसे रोगों के समूल नाश का बड़ा संकल्प लिया है। लोग इस रोग के प्रति जागरूक और इसके इलाज के प्रति गम्भीर हों। तभी इस अवसाद रोग पर विजय प्राप्त कर सकेंगे। वहीं चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ मीनू श्री ने कहा कि गलत खान-पान और शरीर के आवश्यक देखभाल के अभाव में लोग बड़ी तेजी से चर्म रोग के शिकार हो रहे है। इस को हल्के में लेने वाले लोग धीरे-धीरे जटिल रोग के शिकार हो जाते हैं तब लोगों के पास पछताने के अलावे कोई विकल्प नहीं बचता है। डॉ मीनू श्री प्रत्येक रविवार को क्लिनिक ऑन स्क्रीन में मरीजों को परामर्श देती हैं। पिछले तीन महीने में मीनू श्री 100 से ज्यादा मरीजों को पूरी तरह ठीक कर चुकी हैं। इसकी जानकारी देते हुए क्लिनिक ऑन स्क्रीन के निदेशक एनआरआई बाबू शक्ति सिंह ने कहा कि क्लिनिक ऑन स्क्रीन का उद्देश्य गढ़वा जिला और उसने समीपवर्ती राज्य के लोगों को जटिल रोगों से बचाना है। इसके लिए बाहर के विशेषज्ञ चिकित्सकों को बुलाया जाता है। जिस रोग के इलाज के लिए लोग दिल्ली, कोलकता, बनारस, पटना, रांची जैसे बड़े शहरों में जाते हैं। उनके लिए क्लिनिक ऑन स्क्रीन काफी सुविधाजनक और किफायती है। क्योंकि कम खर्च में उनका इलाज बाहर के विशेषज्ञ चिकित्सक कर रहे हैं।