गांव के बच्चों को खेल सामग्री उपलब्ध करा रहे समाजसेवी


आशुतोष रंजन
गढ़वा

गांव और ग्रामीणों की समस्या को दिली शिद्दत से महसूस करने के साथ साथ उक्त समस्या को सामर्थ्य के अनुसार समाधान करते हुए एक सफ़ल समाजसेवी साबित हो रहे बिकास दुबे द्वारा खेल के विकास और गांव के बच्चों के अंदर छुपी खेल प्रतिभा को निखारने का भी प्रयास शुरू किया गया है,वो कैसे आइए आपको बताते हैं।

खेल के विकास को ले कर प्रतिबद्ध हैं बिकास: – इस जानकारी से हम आप सभी बखूबी वाक़िफ हैं की गढ़वा जिला के युवक युवतियों में खेल प्रतिभा छुपी है,जिसे निखारने को ले कर अक्सर खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है,लेकिन एक कसक उन खिलाड़ियों के साथ साथ हम सभी को सालती है की अपने यहां ना तो माकूल खेल मैदान उपलब्ध है और ना ही उचित संसाधन,लेकिन इस दिली कसक को समाजसेवा का संकल्प लेने वाले विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र से भावी विधायक प्रत्याशी बिकास दुबे ने महसूस किया है,तभी तो उनके द्वारा ग्रामीण खिलाड़ी युवकों को खेल सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है,गांव बेलहथ और चोका के युवकों को फुटबॉल प्रदान करते हुए उनके द्वारा कहा गया की एक रोज़ क्षेत्रीय दौरे से जब वो लौट रहे थे तो उन्होंने देखा की कुछ युवक फुटबॉल खेल रहे हैं लेकिन कुछ देर में ही उनका खेल रुक गया क्योंकि उनका गेंद ख़राब हो गया,कारण की वो काफ़ी पुराना हो चुका था,युवक मायूस हो कर घर को लौट गए,उसी क्षण उनके द्वारा सोचा गया की इन युवकों को फुटबॉल के साथ साथ खेल सामग्री देना बेहद ज़रूरी है,और अहले सुबह ही उन्होंने युवकों को बुलाया और उन्हें एक बढ़िया फुटबॉल उपलब्ध कराया,साथ ही उन्हें आश्वस्त करते हुए कहा की आप में खेल प्रतिभा है बस उसे यूं ही खेलते हुए निखारिए,इस दरम्यान आपको कोई भी परेशानी होगी उसे दूर करने के लिए मैं पूरी तरह प्रतिबद्धता से आपके साथ खड़ा हूं,साथ ही कहा की खेल मैदान का नहीं होना भी हमारे जेहन में है,जहां तक मेरा सामर्थ्य है उसे दुरुस्त कराऊंगा एवं एक बेहतर और सुव्यवस्थित मैदान बने इसे ले कर सरकार और प्रशासन से भी बात करूंगा,उधर खेल सामग्री बिना कसक के साथ खेलने वाले युवक फुटबॉल पा कर जहां एक ओर आह्लादित हुए तो वहीं दूसरी ओर सभी ने कहा की हमारे खेलने वक्त उस रास्ते से सालों से कई राजनेता का गुजरना हुआ लेकिन हमारी परेशानी को किसी ने महसूस नहीं किया,आपने अहसास करते हुए जिस तरह हमें खेल सामग्री उपलब्ध कराया यह साबित करता है की क्षेत्र के विकास को ले कर आपके दिल में एक सोच है जिसे साकार करने के लिए आपके हाथ में अधिकार का आना ज़रूरी है ताकि अविकसित विश्रामपुर हर तरह से विकसित हो सके।