इस बार भी भव्य और आकर्षक रही कलश यात्रा


आशुतोष रंजन
गढ़वा

शारदीय नवरात्र के प्रथम तिथि को अनेको पूजा समितियों द्वारा भव्य कलश यात्रा निकल गई,पहले दिन श्रद्धालुओं ने पवित्र नदियों में स्नान कर मां शैलपुत्री की विधि विधान से पूजा अर्चना कर नौ दीनी व्रत का शुभारंभ किया,इससे पूर्व सुबह पवित्र नदियों में स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी, वहीं बात अगर भगलपुर मोहल्ला स्थित जय मां शेरावाली पूजा समिति की करें तो पंडाल से भव्य कलश यात्रा निकाली गई,इस बार के कलश यात्रा की भव्यता देखते बन रही थी,उक्त कलश यात्रा में हजारों की संख्या में सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया एवं मां के जयकारे के साथ दानरो नदी व विरहा नदी के संगम से कलश में अभिमंत्रित जल ले कर पूजा पंडाल पहुंचे जहां आचार्य पंडित आशीष वैद्य द्वारा मंत्र उच्चारण के साथ कलश स्थापना कराते हुए मां के पूजा की शुरुआत की गई,उनके द्वारा कहा गया कि नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है,पर्वतराज हिमाचल के घर पुत्री के रूप में उत्पन्न होने के कारण मां दुर्गा का नाम शैलपुत्री पड़ामां शैलपुत्री ऋषभ पर सवार होती हैं,और उनके दाहिने हाथ में त्रिशूल व बाएं हाथ में कमल पुष्प होता है,मां शैलपुत्री के पूजन से जीवन में स्थिरता एवं दृढ़ता आती है।