सीएसपी संचालक से हुई थी लूट


आशुतोष रंजन
गढ़वा

उसे शायद रंगीन टीवी देखने की चाहत थी,तभी तो वो अपने साथियों के साथ एक लूट की योजना बनाता है,फिर उस घटना को वो अंजाम भी दे देता है,लेकिन संयोग देखिए उक्त रंगीन टीवी को देख कर चाहत पूरी करने से पहले ही वो गिरफ्तार हो गया,अब आइए आपको हम पूरे घटनाक्रम से वाक़िफ कराते हैं।

ऐसे दिया गया लूट की घटना को अंजाम : – शहर थाना क्षेत्र के बाना गांव निवासी बाबू खान अपने पांच अन्य सहयोगियों के साथ एक लूट की योजना बनाता है,लेकिन लूट का शिकार किसे बनाया जाए यह एक बड़ा सवाल था,जिसे सहयोगी रियाज अंसारी द्वारा यह कहते हुए हल किया गया की शहर के ही गणेश मॉल स्थित एक सीएसपी संचालक पूरे दिन काम करने के बाद पैसा ले कर रात में अक्सर घर लौटता है,फिर क्या था उसे ही लूटने की योजना तैयार हो गई,इसके निमित उक्त सीएसपी संचालक की कुछ रोज़ रेकी की गई,जब वो सभी तरह से आश्वस्त हो गए उसके बाद लूट की तारीख तय हुई,यानी ग्यारह अक्टूबर को अमीर सुहानी एवं शहबाज खान पल्सर बाइक से तेनार गांव पहुंचा,अमीर सुहानी को वहीं खड़ा कर सरवर और शहबाज नदी के इस पार सहिजना पहुंच सीएसपी संचालक का इंतजार करने लगे,उधर रियाज जो संचालक का उस रोज़ भी रेकी कर रहा था उसके द्वारा इंस्टाग्राम के ज़रिए उसका लोकेशन बताया जाता रहा,जैसे ही संचालक सहिजना स्थित अपने घर पास पहुंचने वाला ही था की उसके घर से कुछ पहले ही घात लगाए मौजूद लुटेरों द्वारा हथियार का भय दिखाते हुए उसे नदी किनारे ले जाया गया जहां उसके पास मौजूद एक लाख रुपए को लूट लिया गया,इस तरह लूट की घटना को लुटेरों द्वारा अंजाम दिया गया।

TV देखने से पहले ही वो गिरफ्तार हो गया: – लूट की घटना को कैसे अंजाम दिया गया इसे तो आपने जान लिया,आइए अब आपको बताते हैं लुटेरों की गिरफ्तारी कैसे हुई,आज प्रेसवार्ता करते हुए एसपी द्वारा जो बताया गया उसके अनुसार आपको बताएं की घटना के बाद एसपी दीपक पांडेय द्वारा एसडीपीओ अवध कुमार यादव के नेतृत्व में एक छापामारी टीम का गठन किया गया,गठित टीम द्वारा मामले का खुलासा करने की दिशा में त्वरित कार्रवाई करते हुए छापामारी शुरू की गई,उधर अनुसंधान में तकनीकी सहायता लेते हुए और घटना में शामिल होने का पहचान करते हुए सबसे पहले बाना गांव निवासी बाबू खान को गिरफ्तार किया गया,गिरफ्तारी के बाद तलाशी के क्रम में उसके पास से 315 बोर का दो अवैध देशी पिस्तौल,दो जिंदा गोली और दो खोखा बरामद किया गया,उधर उसके द्वारा ही बताए जाने के बाद घटना में शामिल शहबाज खान,आमिर सुहानी,रियाज अंसारी,सोनू सोनी और अंशु मालाकार को भी गिरफ्तार कर लिया गया,साथ ही यहां बताएं की जब टंडवा निवासी सोनू सोनी और अंशु मालाकार को गिरफ्तार किया गया तो दोनो के पास से 7.65 बोर का पिस्तौल बरामद किया गया,हथियार बरामदगी के बाद दोनो के विरुद्ध आर्म्स एक्ट का एक अलग मामला दर्ज़ किया गया।

लुटेरों के पास से कुल बरामदगी: – लूट की घटना को अंजाम दिए जाने के बाद जब लुटेरों की गिरफ्तारी हुई तो उनके पास से हथियार दो अवैध देशी पिस्तौल,मैगजीन सहित 7.65 बोर का पिस्तौल,315 बोर का तीन जिंदा गोली,315 बोर का ही दो खोखा,घटना में इस्तेमाल किया गया पल्सर बाइक,नकद रुपया 4500 रुपए साथ ही लूट के पैसे से खरीदा गया SANSUI कंपनी का एक टीवी बरामद किया गया।

गिरफ्तारी में इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिका : – लूट की घटना का खुलासा और लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए एसडीपीओ अवध कुमार यादव के नेतृत्व में शहर थाना प्रभारी के के साहू,पुलिस अवर निरीक्षक सूर्य प्रकाश दुबे,राजेश मुंडा के साथ साथ आरक्षी श्रीकांत पासवान,इंद्र कुमार मंडल,अरुण प्रकाश बैठा,अमित कुमार सिंह,समेंद्र कुमार सिंह एवं सूर्यभूषण सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण रही।