BJP प्रत्याशी बीडी राम के विरोध में गढ़वा में किसने साटा पोस्टर..?


आशुतोष रंजन
गढ़वा

लोकसभा चुनाव को ले कर अभी तो बीजेपी द्वारा देश के सभी संसदीय सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा भी नहीं की गई है,उधर पार्टी द्वारा देश में चार सौ पार और झारखंड के सभी चौदह सीटों को अपनी झोली में डाल लेने का दावा किया जा रहा है,पर इधर विरोध भी शुरू हो गया है,कहां किसका विरोध हो रहा है आइए आपको इस ख़बर के ज़रिए बताते हैं!

राम के देश में क्यों हो रहा विष्णु का विरोध : हमारे ख़बर के शीर्षक को आपने पढ़ लिया होगा,कुछ लोग तो समझ गए होंगे लेकिन बहुतेरे लोग नहीं समझ पाए होंगे,उनके लिए बताएं की अयोध्या मंदिर के गर्भगृह में जबसे रामलला को स्थापित किया गया है तब से पूरा देश राममय हो गया है,और राम के ज़रिए ही राम को त्रिपाल से मंदिर में लाने वाली भाजपा चार सौ पार के नारे को बुलंद कर रही है,लेकिन यह क्या राम के इस देश में विष्णु का विरोध होने लगा,अब बिना बात को आगे बढ़ाए सीधे रूप में आपको बताएं की झारखंड के चौदह सीटों पर एक पलामू भी आता है जहां लगातार दो बार से सांसद विष्णु दयाल राम को एक बार फ़िर से पार्टी द्वारा अपना उम्मीदवार घोषित किया गया है,उधर जहां एक ओर पलामू के बाद गढ़वा में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा उनका अभिनंदन किया गया,तो वहीं दूसरी ओर इसी गढ़वा में उनके विरोध में पोस्टर भी साटा गया है,पोस्टर में नरेंद्र मोदी,अमित शाह,जेपी नड्डा और बाबूलाल मरांडी जिंदाबाद भले लिखा गया है,लेकिन ठीक उसके नीचे विष्णु दयाल राम मुर्दाबाद लिखा गया है,जब उसके नीचे पढ़िएगा तो पलामू में बाहरी सांसद नहीं चलेगा,क्षेत्रीय उम्मीदवार की घोषणा करें,बाहरी भगाओ स्थानीय को उम्मीदवार बनाओ,विष्णु दयाल राम पलामू छोड़ो,नरेंद्र मोदी के नाम पर चुनाव जीतकर सो जाने वाला उम्मीदवार नहीं चाहिए,फर्जी जाति प्रमाण पत्र उम्मीदवार नहीं चलेगा,साथ ही जो बड़ी बात लिखी हुई है वो यह है की मोदी तुमसे बैर नहीं बाहरी बीडी राम का खैर नहीं,इन नारों के साथ बजाप्ते बीडी राम की तस्वीर के साथ पोस्टर शहर में कई जगह साटा गया है,तभी कहना पड़ रहा है की राम के इस देश में आख़िर विष्णु का विरोध क्यों..?

क्या ऐसा सांसद मिला था पलामू को : आज लोग वर्तमान के साथ साथ पलामू से भाजपा के प्रत्याशी विष्णु दयाल राम का विरोध भले कर रहे हैं,लेकिन उनकी तब की पुलिस सेवा की कार्यदक्षता और 2014 में पहली बार के साथ साथ 2019 में दूसरी बार सांसद बनने के अब तक के कार्यकाल में उनकी कार्यकुशलता बताने की ज़रूरत नहीं बल्कि वो अनवरत नज़रों के सामने नुमाया हो रहा है,साथ ही एक सवाल जेहन में कौंध रहा है की विष्णु दयाल राम बाहरी हैं क्या यह तीसरी बार में समझ में आया,दो बार लगातार उन्हें आपने अपना सांसद तो खुशी खुशी चुन लिया,लेकिन इस बार ऐसा विरोध क्यों,ऐसे में शायद बताने की ज़रूरत नहीं है की पोस्टर में भले निवेदक में आम जनता लिखा गया है लेकिन यह सारी कारस्तानी उनकी अपनी ही पार्टी यानी भाजपा के वैसे लोगों का है जो नाराज़ हैं,साथ ही एक बार फिर से यह बता दूं की राज्य में गढ़वा ही वो जिला है जहां भाजपा के कार्यकर्ता तो दिल से दल के साथ थे और हैं भी लेकिन नेताओं के बीच गहरा मनभेद और मतभेद है,जो छुपा हुआ नहीं बल्कि ज़ाहिर है,ऐसे में यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होनी चाहिए की अभी तो यह शुरुआत है सांसद के साथ साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा इसकी जानकारी ले कर अगर कारगर कार्रवाई नहीं की गई तो आगे और कुछ देखने को मिल सकता है!