संध्या की समाज सेवा


आशुतोष रंजन
गढ़वा

आज जिस तरह पर्यावरण का ह्रास हुआ है उससे पूजा निमित भी आम का लकड़ी मुहाल हो गया है,शहर की बात कौन करे गांव में जहां आम के बागीचे हुआ करते थे वैसे गांव में भी अब आम के पेंड़ नहीं रहे,तभी तो आज उस परेशानी को शिद्दत से महसूस करते हुए गढ़वा शहर के टंडवा मोहल्ला निवासी महिला समाजसेवी सह नगर परिषद अध्यक्ष पद की भावी प्रत्याशी संध्या सोनी द्वारा छठव्रतियों के बीच आम की लकड़ी का वितरण किया गया,नहाए खाय और खरना से दो रोज़ पूर्व से ही संध्या सोनी एवं उनके पति युवा समाजसेवी दौलत सोनी द्वारा घर घर जाकर महापर्व के निमित आम की लकड़ी का नि:शुल्क वितरण किया गया।

यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है: ऐसे तो किसी की मदद करना मैं अपने समाजसेवी पति से ही सीखी हूं,लेकिन इस महापर्व के मौक़े पर व्रतियों को आम की लकड़ी देने का जो अवसर मुझे मिला है यह मेरे लिए कितना सौभाग्य की बात है उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता,कहा कि छठ हिंदुओं की आस्था का महापर्व है,वे अपने पति के साथ हमेशा सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर भाग लेती हैं,क्योंकि किसी की सेवा करने के बाद परम संतुष्टि का अहसास होता है,कहा की महापर्व के मौके पर दानरो नदी में व्रतियों को होने वाले परेशानी का ख्याल करते हुए जहां एक ओर पीपा पुल की मरम्मती कराई वहीं छठ घाटों की सफाई भी कराई,साथ ही साथ शहर की सभी सड़कों पर छठ महापर्व तक धूल से बचाव के लिए लगातार पानी का छिड़काव करा रही हूं,संध्या सोनी ने कहा कि ऐसे भी कहा गया है की समाज में एक दूसरे के परस्पर सहयोग से ही हर बड़ा कार्य सफल होता है,ऐसे पुनीत मौके पर सभी को एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए,इससे आपसी भाईचारा,प्रेम व सदभाव बढ़ता है,उधर संध्या सोनी द्वारा लगातार किए जा रहे सामाजिक कार्यों का लोग उन्मुक्त कंठ से सराहना कर रहे हैं,वितरण के मौके पर काफी संख्या में मोहल्ला वासी मौजूद रहे।