सरकार ऐसे गढ़ रही विकासीय आयाम,जिसने दिया नहीं वोट,उसका भी हो रहा है काम


आशुतोष रंजन
गढ़वा

दो दिवसीय राजकीय बंशीधर महोत्सव का उदघाटन करने पहुंचे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने संबोधन में विपक्ष पर ज़ुबानी हमला करते देखे गए,उनके द्वारा सीधे रूप में कहा गया की यह वही राज्य है जहां गरीब हाथ में राशन कार्ड ले कर भात भात कहते हुए मर गए,लेकिन उस वक्त की सरकार द्वारा कोई परवाह नहीं की गई,परवाह करते भी कैसे,क्योंकि कहा गया है की जब अपना पेट भरा होता है तो सामने वाला भी खाया हुआ दिखता है,आप तो समझ ही रहे होंगें की पूर्व की सरकार और उसके मातहत कैसे और कितने खाए,हमें तो तब राज्य मिला जब सारा खज़ाना खाली पड़ा हुआ था,उसके बाद कोरोना ने और तोड़ने का काम किया,लेकिन फिर भी आप सबों द्वारा मिले दुआ और आशीर्वाद के बदौलत हमने उस विषम हालात में कदम बढ़ाया और क़दम हमारे डिगे नहीं,और आज ख़ुद संभलते हुए राज्य को संभालते हुए विकास के पथ पर अग्रसर कर रहे हैं,हम उन सरकारों में से नहीं हैं जो केवल अमीर और पूंजीपतियों के लिए सत्तासीन है,हम और हमारी सरकार सबको एक समान दृष्टि से देखती और उनको उनके हक और अधिकार से नवाजती है,हम पार्टी लाइन से हट कर काम करते हैं,जिनका हमको वोट मिला और और जिनका नहीं मिला है,सबका काम हो रहा है,हम भेदभाव नहीं कर रहे,साथ ही कहा की आप इस जानकारी से बखूबी वाक़िफ हैं की वर्तमान सरकार को विपक्ष द्वारा लगातार गिराने का प्रयास किया गया लेकिन उनकी हालत उस पंक्ति के मानिंद हुई की हमें गिराने में वो ख़ुद बार बार गिर रहे हैं,और देखिए आज हम और हमारी सरकार पूरी दृढ़ता के साथ इसलिए अडिग है की हमें अपने झारखंड को इस रूप में विकसित करना है ताकि इसकी गिनती पूर्व की भांति पिछड़े राज्यों में नहीं बल्कि पूरी तरह विकसित राज्यों की श्रेणी में शुमार हो।