क्या मुख्यमंत्री के पास है कामसूत्र विभाग..?


आशुतोष रंजन
गढ़वा

कालांतर से यह बात चर्चा में आती रही है की अपने भारत के स्कूलों में भी सेक्स से संबंधित पढ़ाई हो,लेकिन अब तलक तो इसे लागू नहीं किया जा सका है पर इसी देश के एक विधानसभा में इसकी पढ़ाई शुरू हो गई है,अगर आपको जानकारी लेने की चाहत हो तो आप उक्त विधानसभा में पहुंच कर सभी जानकारी हासिल कर सकते हैं,हम ऐसा क्यों और किस विधानसभा के बावत कह रहे हैं आप कुछ कुछ समझ गए होंगे,लेकिन अगर नहीं भी समझे होंगें तो ऐसी बात भी नहीं है की मैं सारी बात आपको बता दूंगा,हां इतना ज़रूर बता देता हूं की वो देश का बिहार विधानसभा है जहां किसी अन्य सदस्यों द्वारा नहीं बल्कि ख़ुद मुख्यमंत्री द्वारा पढ़ाई शुरू की गई,अब ऐसी बात नहीं की उनके द्वारा उस पढ़ाई का वीडियो आप नहीं देखे होंगें,अरे भाई मेरे जबसे उनके द्वारा बोला गया है तब से लगातार विडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है,आप बेशक यूट्यूब पर या फेसबुक पर सर्च कर के उस विडियो को देख सकते हैं,जब आप उसे देख लीजिएगा तो ख़ुद से भी बोल पढ़िएगा की सच में मुख्यमंत्री द्वारा विधानसभा में किसी योजना की नहीं बल्कि सेक्स की पढ़ाई खुले रूप में शुरू कर दी गई है,दरअसल सत्तापक्ष के साथ साथ विपक्ष के सभी सदस्य विधानसभा हॉल में बैठे हुए थे,जहां जातिगत जनगणना विषयक मुख्यमंत्री को बोलना था,वो बोलने भी उठे लेकिन सभी लोग तब चकित हो गए जब जातिगत जनगणना से इत्तर मुख्यमंत्री सेक्स की पढ़ाई शुरू कर दिए,अब आप सोचिए जिस हॉल में सत्तापक्ष के साथ साथ विपक्ष की महिला सदस्य भी बैठी हुईं थी,जब उनके द्वारा ऐसा बोला गया तो ख़ुद को कितना शर्मसार महसूस कर रही होंगी,बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री को सुशासन बाबू कहा जाता है,क्या ऐसी ही पढ़ाई पढ़ा कर उनके द्वारा सुशासन लाया जा रहा है,हां यह बात अलग है की राजनीति में नेताओं द्वारा सड़क से सदन तक अनर्गल और असंसदीय बातें बोली जाती हैं,लेकिन शायद ही विदेशी विधानसभा या संसद में किसी के द्वारा ऐसी बातें बोली गई होंगी जहां खुले रूप में सेक्स की पढ़ाई होती है,अब देखना यह होगा कि आगामी चुनाव में जब वो मंच से किसी सभा को संबोधित करने के लिए खड़े होंगें तो लोग यह ना बोल पड़ें की क्या विकास की गिनती गिना रहे हैं,मुख्यमंत्री जी सेक्स वाला पहाड़ा सुनाइए न..?